
न्यूज विंग डेस्क : एंजेलिना फ्रायडमैन की उम्र 102 साल है. और वह सही मायनों में सरवाइवर हैं. उन्होंने 1918 का फ्लू भी झेला और अब उन्होंने कोरोना वायरस को भी मात दे दी है. सीएनएन की एक खबर के मुताबिक जब वह छोटी बच्ची थीं, उन्होंने 1918 के फ्लू का पूरा दौर झेला था. इतना ही नहीं, अपनी पूरी जिंदगी में उन्होंने कैंसर, आंतरिक रक्तस्राव और सेप्सिस जैसी बीमारियां झेली हैं.
अप्रैल 2020 में उन्होंने कोरोना वायरस को भी मात दे दी है. एक ऐसे वायरस को जिसने दुनिया भर में तबाही मचा कर रखी है और इससे करीब 15 लाख लोगों की जान जा चुकी है.
इतना ही नहीं, न्यूयार्क में रहनेवाली एंजेलिना ने दोबारा कोरोना वायरस से जंग जीती है. उनकी बेटी मेरोला ने यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि पहली बार उनकी मां को मार्च के महीने में कोरोना वायरस से पीड़ित पाया गया. वह एक अस्पताल में इलाज कराने के लिए गयी थीं. जब वह वहां से लौटीं तो उसके बाद वह कोरोना पॉजिटिव पायी गयीं.
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उस वक्त उन्हें एक हफ्ते तक अस्पताल में रहना पड़ा था. उसके बाद वह आइसोलेशन में थीं. 20 अप्रैल को अनकी अंतिम रिपोर्ट निगेटिव आयी.
अक्टूबर में जब एक बार फिर वह एक नर्सिंग होम गयीं तो एक बार वह कोरोना पॉजिटिव पायी गयीं. उन्हें फीवर और सूखी खांसी की शिकायत थी. उन्हें लगा कि यह फ्लू है. 17 नवंबर को उनकी रिपोर्ट निगेटिव आ गयी.
एंजेलिना की सुनने की शक्ति लगभग खत्म हो चुकी है और दिखाई भी कम देता है पर वह अब भी जिंदादिली के साथ जीवन जी रही हैं.
एंजेलिना का जन्म 1918 में उस जहाज में हुआ था जो प्रवासियों को इटली से न्यूयार्क लेकर जा रहा था.
यह समय वैश्विक महामारी के बीच का था. उन्हें जन्म देते हुए उनकी मां चल बसीं. उनकी दो बहनों ने तबतक देखभाल की जब तक वे लोग अपने पिता से नहीं मिलीं, जो न्यूयार्क में रहते थे.
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