वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रंप दूसरी बार डेमोक्रेटिक पार्टी की अपनी प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन की हत्या के संकेत देकर आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं। मीडिया रपटों में यह बात कही गई है। ट्रंप ने शुक्रवार रात मियामी में एक जनसभा के दौरान कहा कि हिलेरी के सुरक्षा दस्ते को अपनी बंदूकें रख देनी चाहिए और देखना चाहिए कि उनके साथ क्या होता है।
ट्रंप ने कहा, “मैं सोचता हूं कि उनके अंगरक्षकों को अपने सभी हथियार रख देने चाहिए।” उन्होंने कहा, “मैं समझता हूं कि उन्हें तत्काल निहत्थे हो जाना चाहिए।”
न्यूयॉर्क टाइम्स ने मैनहट्टन के अरबपति व्यवसायी ट्रंप के हवाले से आगे कहा है, “देख लें उनका (हिलेरी का) क्या होता है। उन लोगों की बंदूकें हटा दें, ठीक है। यह बहुत खतरनाक होगा।”

राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों को हमेशा हथियारों से लैस खुफिया सेवा के एजेंटों की टीम घेरे रहती है। इनमें कुछ तो वर्दी वाले होते हैं और कुछ गुप्त रूप से ऐसा करते हैं।


सीएनएन की रपट के मुताबिक, ट्रंप की यह टिप्पणी हिलेरी के बंदूक रखने के अधिकार के विरोधी नजरिए की आलोचना के परिप्रेक्ष्य में है। ऐसा पहली बार नहीं है कि ट्रंप ने हिलेरी की खुफिया सेवा में तैनात कर्मियों को निहत्थे होने को कहा है, लेकिन पहली बार उन्होंने इस पर आश्चर्य जताया है कि उनका क्या होगा जब हिलेरी को अचानक हथियारबंद सुरक्षा से वंचित कर दिया जाएगा।
इसके जवाब में हिलेरी के चुनाव प्रबंधक रॉबी मूक ने कहा, “ट्रंप ने हिंसा के लिए लोगों को उकसाने का एक नमूना पेश किया है।”
मूक ने कहा, “चाहे यह रैली में प्रदर्शनकारियों को उकसाने के लिए कहा गया या अनजाने में या मजाक में क्यों न ऐसा कहा गया हो, यह वैसे किसी के लिए अस्वीकार्य है, जो देश के शीर्ष कमांडर का काम चाहता है। इस तरह की बातें राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए निषिद्ध होनी चाहिए।”
ट्रंप की शुक्रवार की यह टिप्पणी एक माह से कुछ ही दिनों बाद आई है, जब ट्रंप ने ऐसी ही टिप्पणी की थी, जिसे बहुत सारे लोगों ने हिलेरी क्लिंटन के खिलाफ हिंसा की धमकी के रूप में समझा था।
ट्रंप खेमे ने बाद में कहा कि ट्रंप ने मतदान के जरिए कार्रवाई करने का जिक्र किया था, न कि हिंसा के जरिए।