नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि वामपंथी उग्रवादी सुरक्षा बलों की कार्रवाई से हताश हैं और छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में शनिवार को उनकी ओर से किया गया हमला इसी हताशा को दर्शाता है। लोकसभा में एक बयान में राजनाथ ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के उन 12 जवानों को श्रद्धांजलि दी, जो शनिवार के नक्सली हमले में शहीद हो गए थे। उन्होंने कहा कि राष्ट्र उनके बलिदान को हमेशा याद रखेगा।
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उन्होंने कहा, “मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। राष्ट्र उनके साथ है और उनके बलिदान को याद रखेगा।”
गृह मंत्री ने कहा, “वामपंथी उग्रवादी सुरक्षा बलों की कार्रवाई से हताश हैं। साल 2016 में सुरक्षा बलों ने उनके खिलाफ कई राज्यों, खासकर छत्तीसगढ़ में बड़ी सफलताएं हासिल कीं।”
उन्होंने कहा कि पिछले साल 135 उग्रवादी मारे गए, 700 को गिरफ्तार किया गया और 1,198 ने आत्मसमर्पण किया था। छत्तीसगढ़ में साल 2016 में नक्सली हिंसा में 15 प्रतिशत की गिरावट आई।
उन्होंने कहा, “वामपंथी उग्रवादियों ने अपने कैडर के गिरते मनोबल को उठाने के लिए यह हमला किया। मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि हमारे बहादुर जवान उनसे मुकाबला करेंगे और उनका जल्द खात्मा कर देंगे।”
राजनाथ ने यह भी कहा कि सीआरपीएफ ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि उनकी ओर से कहां खामियां रह गई थीं?
उन्होंने कहा, “मैं राष्ट्र को आश्वस्त करना चाहता हूं कि अपने निजी स्वार्थो के लिए उन्होंने राष्ट्र को पीछे रखने की जो रणनीति अपना रखी है, उसमें उन्हें सफल नहीं होने दिया जाएगा।”