News Wing Khunti, 22 October: सीएनटी के शहीद अब्राहम मुंडू को उनके पहले शहादत दिवस पर खूंटी के कुछ उपद्रवियों ने अपमानित किया है. साइको चौक में स्थापित अब्राहम मुंडू की प्रतिमा को उनके शहादत दिवस के ठीक एक दिन पहले शरारती तत्वों ने क्षतिग्रस्त कर दिया. आयोजन समिति ने कहा है कि आदिवासी समाज में आक्रोश भड़काने और गंदी राजनीति के तहत इस घटना को अंजाम दिया गया है. गौरतलब है कि 22 अक्टूबर 2016 को रांची के मोरहाबादी मैदान में सीएनटी-एसपीटी एक्ट संशोधन के विरोध में आदिवासी संगठनों के द्वारा बुलायी गयी रैली में शामिल होने के लिए अब्राहम मुंडू रांची आ रहे थे. इस दौरान जिला प्रशासन द्वारा लोगों को रैली में आने से रोका जा रहा था. प्रशासन द्वारा रोके जाने पर खूंटी के साइको चौक पर पुलिस और ग्रामीणों की झड़प हो गयी थी. इसमें पुलिस ने गोली चलाई थी. पुलिस की गोली से अब्राहम मुंडू की मौत हो गयी थी.
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खंडित प्रतिमा का नहीं हो सका अनावरण
अब्राहम मुंडू की मौत के बाद आदिवासी समुदाय ने उन्हें सीएनटी के शहीद का दर्जा दिया और उनकी प्रतिमा साइको चौक पर स्थापित करवायी गयी, साथ ही चौक पर ही अब्रामह मुंडू के नाम पत्थलगड़ी भी की गयी थी. साइको गोलीकांड के ठीक एक साल बाद उनके शहादत दिवस पर प्रतिमा का अनावरण करना था. रविवार सुबह जब हजारों लोग शहादत दिवस और प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गयी. प्रतिमा को खंडित देखकर लोगों का गुस्सा चरम पर पहुंच गया. आयोजन समिति के लोगों ने ग्रामीणों का समझाया. इसके बाद प्रतिमा का अनावरण कार्यक्रम रोक दिया गया. प्रतिमा पर ढके कपड़े को नहीं हटाया गया.