Gumla/Ranchi : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि सवर्ण जाति के लोगों को आरक्षण देने के मुद्दे पर राष्ट्रव्यापी चर्चा की जरुरत है. इस विषय पर राष्ट्रव्यापी चर्चा होनी चाहिए. ताकि एक सहमति बन सके. जिसके बाद इस मुद्दे पर बात को आगे बढ़ाना चाहिए. मुख्यमंत्री शनिवार को गुमला में थे. वह गुमला के परमवीर अल्बर्ट एक्का स्टेडियम में आयोजित सामाजिक महासम्मेलन में लोगों को संबोधित कर रहे थे. सवर्णों को आरक्षण देने की मांग पर उन्होंने अपनी बातें रखी. उल्लेखनीय है कि इससे पहले मुख्यमंत्री तेली समाज के लोगों औऱ कुड़मी जाति के लोगों को आरक्षण के दायरे में लाने की वकालत कर चुके हैं.
Gumla/Ranchi : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि सवर्ण जाति के लोगों को आरक्षण देने के मुद्दे पर राष्ट्रव्यापी चर्चा की जरुरत है. इस विषय पर राष्ट्रव्यापी चर्चा होनी चाहिए. ताकि आर्थिक आधार पर सवर्ण जाति के गरीब लोगों को भी आरक्षण देने को लेकर एक सहमति बन सके. जिसके बाद इस मुद्दे पर बात को आगे बढ़ाना चाहिए. मुख्यमंत्री शनिवार को गुमला में थे. वह गुमला के परमवीर अल्बर्ट एक्का स्टेडियम में आयोजित क्षत्रिय महासम्मेलन में लोगों को संबोधित कर रहे थे. सवर्णों को आरक्षण देने की मांग पर उन्होंने अपनी बातें रखी. उल्लेखनीय है कि इससे पहले मुख्यमंत्री तेली समाज के लोगों औऱ कुड़मी जाति के लोगों को आरक्षण के दायरे में लाने की वकालत कर चुके हैं.
ग्रामीणों के इच्छा के अनुरूप बनायी जाएगी योजना
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि सरकार गरीबी, बेरोजगारी मिटाने एवं समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास का लाभ पहुंचे, इसके लिए सरकार गांव में योजनाएं बनाने एवं उनके क्रियान्वयन हेतु ग्राम विकास समितियों का गठन कर रही है. इसके तहत ग्राम विकास समितियां के माध्यम से ग्रामीणों के इच्छा के अनुरूप योजना बनायी जाएगी. इसके लिए सरकार राशि सीधे समितियों को उपलब्ध कराएगी. उन्होंने कहा कि सरकार प्रधानमंत्री का मूल मंत्र सबका साथ, सबका विकास के साथ समाज के सभी वर्गों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है. मुख्यमंत्री आज परमवीर अलबर्ट एक्का स्टेडियम, गुमला में आयोजित सामाजिक महासम्मेलन में लोगों को संबोधित कर रहे थे.
समाज की एकता एवं समरस्ता को बनाए रखने की जरूरत
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज की एकता एवं समरस्ता को बनाए रखने की जरूरत है साथ ही पीढ़ियों से चली आ रही रूढ़िवादी परम्पराओं को भी मिटाने की आवश्यकता है. समाज की बहू-बेटियों का मान-सम्मान बढ़े इसके लिए हम सभी को आगे बढ़कर पहल करनी होगी. जो समाज समय एवं परिस्थिति के अनुसार बदलाव ला पाएगा वही विकसित और प्रगतिशील होगा. उन्होंने समाज में चले आ रहे रूढ़िवादी परम्पराओं को बदलते हुए बेटा-बेटियों की लैंगिक अनुपात में समानता लाने एवं सरकार के नारा पहले पढ़ाई फिर विदाई को साकार करने को कहा.
समाज का संगठित एवं जागरूक होना बहुत जरूरी है
मुख्यमंत्री ने कहा आज के युग में समाज का संगठित एवं जागरूक होना बहुत जरूरी है. असंगठित और पिछड़े समाज से किसी भी राष्ट्र अथवा राज्य का भला नहीं हो सकता है उन्होंने विकास हेतु सभी लोगों को पहल करने को कहा. रघुवर दास ने कहा कि गांवों में विकास समिति का गठन करके प्रतिभावान युवक-युवतियों को प्रमुख बनाये, जो गांव के विकास हेतु योजना बना सकें. उन्होंने कहा चयनित योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए सरकार पैसा उपलब्ध कराएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार महिलाओं, गरीबों, किसानों पर फोकस कर रही है. उन्होंने समाज की महिलाओं को समूह बनाकर कार्य कर आर्थिक गतिविधियों से जुड़ने की सलाह देते हुए कहा कि बाजार की चिंता न करें, आपके उत्पादों को सरकार खरीदेगी. यह सरकार का संकल्प है.
पारम्परिक रीति से सीएम का हुआ स्वागत
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का पारम्परिक रीति से नृत्य मंडली के द्वारा स्वागत किया गया. मंच में मुख्यमंत्री को पगड़ी पोशी कर प्रतीक स्वरूप तलवार भेंट किया गया. नागपुरी साहित्यकार शहनी उपेन्द्र पाल नहन ने मुख्यमंत्री को अपनी साहित्यिक रचना भेंट की. कार्यक्रम के दौरान दो नवविवाहित जोड़ियों को मुख्यमंत्री ने कन्यादान योजना के तहत चेक सौंपा. सांसद निधि से एम्बुलेंस मुख्यमंत्री के द्वारा दिया गया.
ये थे मौजूद
कार्यक्रम में केन्द्रीय राज्यमंत्री सह सांसद सुदर्शन भगत, स्थानीय विधायक शिवशंकर उरांव, महाराजा युगप्रदीप राव, सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता एपी सिंह, महाराजा विक्रमादित्य सिंह जुदेव, जय सिंह जुदेव, सुरजदेव सिंह, लालकेशव नाथ शाहदेव, कृष्णदेव सिंह, प्रतुल शाहदेव सहित अन्य लोग मौजूद थे.