— कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी पर बोले भाकपा के राज्य सचिव —
न्यूजविंग, रांचीः भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) की झारखंड इकाई ने जेएनयू में आयोजित एक कार्यक्रम में देश विरोधी नारे लगाने के आरोप में गिरफ्तार कन्हैया कुमार की रिहाई की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर सीपीआई राष्ट्रीय स्तर पर आन्दोलन शुरू करेगा। सीपीआई के राज्य सचिव के.डी. सिंह ने रविवार को यहां अलबर्ट एक्का चैक स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में ये बातें कही। बताते चलें कि कन्हैया कुमार भाकपा की छात्र शाखा आल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के सदस्य हैं। उन्हें शुक्रवार को दिल्ली स्थित जेएनयू कैम्पस से गिरफ्तार किया गया था।
श्री सिंह ने आगे कहा कि कन्हैया कुमार पर लगे आरोप के सम्बन्ध में अधिकांश मीडिया में ये बात आ रही है कि जेएनयू कैम्पस में पाकिस्तान के फेवर में नारा लगाया गया। ऐसी बातें संदेहास्पद हैं। निश्चित तौर पर वहां एक समूह ने स्लोगन शुरू किया। लेकिन स्लोगन कुछ नकाब पहने लोग बोल रहे थे। कहीं से भी ये साबित नहीं हो सका है कि कन्हैया ने नारा लगाया था। सच्चाई यह है कि वह जेएनयू का नेता है और जेएनयू परिसर में कोई गलत काम नहीं हो इसलिए कन्हैया वहां कथित तौर पर नारा लगाने वालों को रोकने गये थे। उनके साथ दूसरे एआईएसएफ के नेता भी थे। लेकिन जिस तरह से उन्हें गिरफ्तार किया गया, राष्ट्र में सभी जगह इसकी निन्दा हो रही है। जेएनयू के शिक्षक और प्रशासन नहीं चाहते हैं कि उसकी गिरफ्तारी हो। क्योंकि उन्हें मामले की सही जानकारी है। भाजपा की अनुशंगिक इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जानबूझ कर सभी इंस्टिट्युशन पर कब्जा जमाने के प्रयास में ऐसा कर रही है। मैं इसे प्रतिशोधात्मक कार्रवाई मानता हूं। हमारी पार्टी की साफ समझ है कि इसमें जो भी कथित आतंकवादी लोग थे। जो नारे लगा रहे थे उनको अब तक क्यों गिरफ्तार नहीं किया गया?


श्री सिंह ने कहा कि कहीं दलित शोधार्थी छात्र रोहित वेमुला को परेशान करके और कहीं कन्हैया को गिरफ्तार करके आप केवल खानापूरी करना चाहते हैं। रोहित वेमुला के निष्कासन के लिए पांच पत्र वाइस चान्सलर को दिये गये थे। के.डी. सिंह ने कहा कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी झारखंड राज्य परिषद दावे के साथ कहती है कि आजादी से लेकर आज तक कम्युनिस्ट पार्टी के किसी भी नेता पर प्रश्नचिह्न नहीं लगा है। किसी ने भी देशद्रोह का काम नहीं किया है। हम चुनौती दे सकते हैं कि हमारी देशभक्ति का सामना कोई नहीं कर सकता। हम कहते हैं कि कहीं का भी मामला हो वो आतंकवादियों को पकड़ें लेकिन बेकसूर कन्हैया को रिहा किया जाये।



