लखनऊ: मुजफ्फरनगर हिंसा के बाद राहत शिविरों में रहने के लिये मजबूर हुये लोगों से शिविर खाली करने के लिये सरकार द्वारा बुलडोजर चलाए जाने की राष्ट्रीय उलामा कौंसिल ने निन्दा की है।
कौंसिल के अध्यक्ष आमिर रशादी ने प्रेस क्लब में आयोजित वार्ता में कहा कि दंगे के बाद घर से बेघर हुए लोगों के तंबू उखाड़कर उनके साथ सही बर्ताव नहीं किया जा रहा है।
सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि जबसे सपा सरकार बनी है। आये दिन साम्प्रदायिक दंगे हो रहे हैं, जिससे बच्चे यतीम व औरतें विधवा हो गयी हैं। और वे राहत शिविर में रहने के लिये मजबूर हो गये हैं, लेकिन वहां से भी उन्हें हटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राहत शिविरों में बदहाली व बदइंतजामी को लेकर सरकार की पहले ही फजीहत हो चुकी है।


उन्होंने कहा कि मुजफ्फनगर दंगे के बाद से ही सपा सरकार की भूमिका संदिग्ध रही है और यह दंगा राजनीतिक लाभ के लिये कराया गया है। राहत शिविरों पर बुलडोजर चलाये जाने का कड़ा विरोध करते हुये उन्होंने कहा कि राहत शिविरों में रह रहे लोगों के लिये कोई इन्तजाम नहीं किया गया तो राष्ट्रीय उलामा कौंसिल द्वारा सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राहत शिविरों पर बुलडोजर न चलाये जायें, जिससे लोगों के सिर पर छत बनी रहे।

