
Saurav Shukla, Ranchi : उठो, जागो और तब तक नहीं रूको जब तक कि लक्ष्य न प्राप्त हो जाये. ये पंक्ति स्वामी विवेकानंद ने देश के युवाओं के लिये कही थी, ताकि युवा राह से भटक न जायें और लक्ष्य प्राप्त होने तक मेहनत करते रहें. लेकिन झारखंड सरकार का कला, संस्कृति एवं युवा कार्य विभाग प्रतिमा लगाने की समय सीमा से भटक गया है. साल 2017 में स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर कला, संस्कृति एवं युवा कार्य मंत्री अमर बाउरी और अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति में स्वामीजी की मूर्ती के प्रारूप का अनावरण किया गया था. उस समय मंत्री बाउरी ने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस (12 जनवरी 2018) को शहर का रांची लेक (बड़ा तलाब) स्थित टापू पर स्वामी विवेकानंद की 33 फीट ऊंची कांसे की प्रतिमा लगेगी. पहले टापू से दूसरे टापू तक जाने के लिये 155 मीटर लंबा स्टील का ब्रिज बनाया जायेगा. प्रतिमा के चारों ओर पांच फाउंटेन लगाये जायेंगे. लेकिन अभी इन सभी कामों में और समय लगने के कयास लगाए जा रहे है.
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70 करोड़ की लागत से हो रहा है काम
कला-संस्कृति एवं युवा कार्य विभाग के द्वारा 70 करोड़ की लागत से बड़ा तालाब स्थित टापू पर स्वामी विवेकानंद की आदमकद प्रतिमा लगाई जा रही है. वहीं दूसरी टापू को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना है. वर्तमान समय में यहां 12 पिलर के ऊपर से साढे चार फीट चौड़ी पुलिया बनाई जा रही है. तालाब में आने वाले लोग इसी पुल से होकर टापू तक जायेंगे.
पानी के अंदर चट्टान मिलने के कारण लग रहा समय
उर्मिला आरसीपी प्रोजेक्ट लिमिटेड कंपनी के साइट इंजीनियर आरके शारदा ने कहा कि पानी के नीचे चट्टान होने के कारण पिलर निर्माण में देरी हो रही है. उन्होंने कहा कि मार्च के अंत तक टापू का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जायेगा. काम जल्दी पूरा करने के उद्देश्य से 80 मजदूर दो शिफ्ट में काम कर रहे हैं.
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