आसनसोल: भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल, बिहार और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मतदान के दौरान धांधली की शिकायतों के मद्देनजर चुनाव आयोग पर निष्पक्षता नहीं बरतने का आरोप लगाया और उन्होंने उसे अपने खिलाफ कार्रवाई की चुनौती दी।
मोदी ने आसनसोल में एक चुनाव सभा में कहा, आप कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं? आपका इरादा क्या है? अगर आपको लगता है कि अभी मैं जो कुछ कह रहा हूं वो गलत है तो आप मेरे खिलाफ एक और मामला दर्ज करने के लिए स्वतंत्र हैं। चुनाव आयोग के निर्देश पर मोदी के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज किए जाने के कुछ दिनों बाद उन्होंने आयोग पर यह हमला बोला है।
आयोग ने कहा था कि उन्होंने गांधीनगर में वोट देने के ठीक बाद पार्टी का चुनाव चिह्न दिखाकर और एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर चुनाव कानूनों का उल्लंघन किया है।


मोदी ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया कि वह पश्चिम बंगाल, बिहार और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चुनावी हिंसा तथा मतदान में धांधली की शिकायतों से निपटने में उपयुक्त कार्रवाई करने में नाकाम रहा है। उन्होंने कहा, निष्पक्ष चुनाव कराना आपकी जिम्मेदारी है। मैं आपके खिलाफ बहुत गंभीर आरोप लगा रहा हूं।


मोदी ने कहा, आप इन इलाकों में चुनाव में धांधली और हिंसा को रोकने में नाकाम रहे हैं। हमारे उम्मीदवार बाबुल सुप्रियो के खिलाफ फर्जी मामला दर्ज किया गया। चुनाव आयोग का काम लोगों की रक्षा करना है। मैं आपसे आग्रह करता हूं कि आप अपनी जिम्मेदारियों को सही ढंग से निभाएं।
मोदी ने कहा, चुनाव आयोग के पास अपने काम के लिए सारी सरकारी मशीनरी है और उसके पास प्रधानमंत्री से भी अधिक शक्तियां हैं। मोदी ने कहा,लोकतंत्र इस तरह से नहीं चलता। मैं जानता हूं कि 30 अपै्रल को हुए मतदान के दिन कितनी धांधली हुई। क्या यह खेल चलता रहेगा?
उन्होंने याद दिलाया कि उन्होंने उत्तर प्रदेश में भी कहा था कि कुछ इलाकों में समस्याएं पेश आने जा रही हैं।
उन्होंने कहा, लेकिन चुनाव आयोग कुछ नहीं कर सका। आज मैं फिर से कह रहा हूं कि बंगाल, बिहार और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में यही चीज होने जा रही है। क्या यह चुनाव आयोग की जिम्मेदारी नहीं है कि चुनाव शांतिपूर्ण हो, किसी तरह की धांधली नहीं हो, कोई हिंसा न हो?
ममता बनर्जी द्वारा कागजी शेर कहे जाने पर मोदी ने बांकुड़ा में उनपर हमला बोलते हुए आज कहा कि असली शेर वह है जो सारदा चिट फंड घोटाले में शामिल लोगों को जेल भेजे और जो गरीबों का धन वापस लाए।
हालांकि, मोदी ने यह भी कहा कि अपने उपर ममता के हमले से वह केंद्र में भाजपा की सरकार बनने पर बंगाल की मदद करने से पीछे नहीं हटेंगे और भाजपा सरकार यह भी सुनिश्चित करेगी कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री अपना काम गंभीरता से करें। उन्होंने कहा, शेर वह है जो सारदा चिट फंड घोटाले में शामिल लोगों को जेल भेजे, मामले की जांच करे और गरीबों का पैसा वापस कराए।
मोदी ने कहा, मैं हैरान हूं । दीदी, आप एक कागजी शेर से क्यों डर रही हैं। जब एक कागजी शेर ने आपके लिये यह कठिन कर दिया तो तब क्या होगा जब आपके सामने असली का शेर आ जाएगा। उन्होंने कहा कि बंगाल के असली शेर इसके युवा हैं। ममता ने तीन पहले मोदी पर तंज कसते हुए कहा था कि एक कागजी शेर और एक रॉयल बंगाल टाईगर में फर्क होता है।
मोदी ने कहा, दीदी ने मेरी निन्दा की है, हमले किए हैं और झूठे आरोप लगाए हैं, लेकिन मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि मैं बंगाल के लोगों की सेवा करूंगा और उनके लिए काम करूंगा । मैं बदलाव की राजनीति में विश्वास करता हूं, न कि बदले की राजनीति में। उन्होंने कहा कि बंगाल के साथ 60 साल से जो अन्याय हुआ है उसकी वजह केंद सरकार है।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और मोदी ने कई मुद्दों पर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए हैं। मोदी ने यह आरोप भी लगाया कि कांग्रेस, वाम और तृणमूल कांग्रेस दिल्ली में दोस्ती करते हैं लेकिन बंगाल में एक दूसरे के खिलाफ होने का दावा करते हैं। उन्होंने कहा, क्या संप्रग-1 सरकार में उन्होंने एक ही थाली में खाना नहीं खाया था? दिल्ली में वे दोस्ती की राजनीति करते हैं।
मुसलमानों का शुभचिंतक होने के तृणमूल कांग्रेस के दावे को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने कहा कि उनके राज्य गुजरात में अल्पसंख्यक समुदाय पश्चिम बंगाल से कहीं बेहतर स्थिति में हैं।
मोदी ने कहा, पश्चिम बंगाल में मुसलमानों को तृणमूल कांग्रेस सरकार पर दबाव बनाना चाहिए कि वह वोट बैंक की राजनीति करने की बजाय उनके लिए विकास की राजनीति करे।
वोटबैंक की राजनीति के चलते देश में प्रवेश करने वाले बांग्लादेशी घुसपैठियों का मुद्दा उठाते हुए मोदी ने कहा कि उन्हें वापस जाना होगा, जबकि बांग्लादेश से धार्मिक आधार पर बाहर निकाले गए शरणार्थियों का स्वागत किया जाएगा।