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Ranchi, 13 November: गढ़वा के वर्तमान एसडीएम प्रदीप कुमार समेत पाकुड़ जिले के हिरणपुर प्रखंड के तीन तत्कालीन बीडीओ (प्रखंड विकास पदाधिकारी) समेत 10 लोगों पर जिला प्रशासन ने प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया है. वर्तमान बीडीओ गिरिजा शंकर महतो ने मामले को लेकर हिरणपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है. प्राथमिकी में वित्त वर्ष 2014-15 में तीन मनरेगा की योजनाओं में अनियमनितता का आरोप लगाया गया है. जिन तीन बीडीओ पर प्राथमिकी दर्ज करने के आवेदन थाने में दिया गया है, उनमें से एक प्रदीप कुमार फिलहाल गढ़वा सदर के सीडीओ हैं.
क्या है मामला


वित्त वर्ष 2014-15 में हिरणपुर प्रखंड के तीन योजनाओं को लेकर सभी पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. तीन पोखरा का जीर्णोधार करने के क्रम में वित्त अनियमितता की बात सामने आयी है. मामले ने जब तूल पकड़ा तो डीडीसी के जांच के आदेश दिए हैं. जिला स्तर एक जांच कमेटी बनायी गयी. जांच के दौरान पाया गया कि योजना संख्या 03/2014-15 में करीब 90,000 और योजना संख्या 04/2014-15 में करीब 67,000 रुपए का गबन किया गया है. रुपए गबन करने के लिए भुगतान तो करा लिया गया. लेकिन, कार्य तिथि अंकित नहीं करायी गयी. फर्जी मास्टर रॉल तैयार कर भुगतान के लिए राशि की मांग जिला कार्यालय से की गयी. जांच में पाया गया है कि आरोप सही हैं. जांच रिपोर्ट के आधार पर डीडीसी ने वर्तमान बीडीओ को प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया.




किन लोगों पर हुई एफआईआर
तत्कालीन बीडीओ धीरज कुमार, प्रदीप कुमार और जफर हसनात. पंचायती राज पदाधिकारी सुरेंद्र नारायण साहा, सहायक अभियंता साईमन हेम्ब्रम, कनीय अभियंता सत्य नारायण सिंह, पंचायत सेवक पशुपति पाल, रोजगार सेवक दानियल हेम्ब्रम, योजना मेट राम रतन साहा और पोस्ट मास्टर साईमन हांसदा.
क्या है आरोप
– मनरेगा के मार्गदर्शिका के विरुद्ध ग्राम सभा का आयोजन करना.
– तथ्य को छिपाना
– मजदूरों के साथ धोखाधड़ी और जालसाजी करना.
– पूर्व सुनियोजित षडयंत्र रचकर सरकारी राशि का गबन करना