नई दिल्ली : केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय से दस्तावेज लीक होने के मामले में एक पूर्व पत्रकार तथा एक कंपनी के कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी और बताया कि इस मामले में जल्द ही कुछ और लोगों की गिरफ्तारी भी हो सकती है। शांतनु सैकिया कई साल तक आपराधिक घटनाओं की रिपोर्टिग कर चुके हैं और फिलहाल वह एक वेब पोर्टल चलाते हैं। उन्हें शुक्रवार सुबह पेट्रोलियम मंत्रालय का गोपनीय दस्तावेज औद्योगिक घरानों को उपलब्ध कराने के मामले में गिरफ्तार किया गया।
एक ऊर्जा कंपनी में कार्यरत प्रयास जैन को भी पुलिस ने शुक्रवार को इस मामले में गिरफ्तार किया।
दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को पेट्रोलिय मंत्रालय के दो कर्मचारियों और तीन अन्य को मंत्रालय से दस्तावेज चुराने तथा इसे औद्योगिक जगत को मुहैया कराने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
राकेश कुमार (30), लालता प्रसाद (36) और राजकुमार चौबे (39) को 17 फरवरी की रात शास्त्री भवन में गोपनीय दस्तावेजों की फोटोकॉपी करवाते समय रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। राकेश और लालता भाई हैं और दिल्ली के रहने वाले हैं, जबकि राजकुमार उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में रहते हैं।
उनसे सूचना मिलने के बाद सरकारी कर्मचारी आशाराम (58) और ईश्वर सिंह (56) को भी गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने गुरुवार को बताया कि राकेश और लालता शास्त्री भवन में बहु-कार्य कर्मचारी के रूप में कार्यरत थे, जबकि चौबे उनका सहयोगी था, जिसने कभी शास्त्री भवन में काम नहीं किया।
गोपनीय दस्तावेजों की चोरी की घटना संसद भवन के पास कड़ी सुरक्षा वाले शास्त्री भवन स्थित मंत्रालय के दफ्तर में हुई।
(आईएएनएस)