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Bokaro, 09 November : बोकारो जिले की शिक्षा व्यवस्था के हाल का अंदाजा उत्क्रमित उच्च विद्यालय बहादुरपुर से लगाया जा सकता है. इस स्कूल को बने पांच साल हो गए हैं. लेकिन अब तक इस हाई स्कूल में शिक्षा विभाग की ओर से किसी भी शिक्षक की नियुक्ति नहीं की गयी है.
मध्य विद्यालय के टीचर पढ़ाते है हाई स्कूल के बच्चों को


हाई स्कूल में बच्चों को पढ़ाने का काम राजकीयकृत मध्य विद्यालय बहादुरपुर के शिक्षक कर रहे हैं. वर्ष 2011 में स्कूल को उत्क्रमित उच्च विद्यालय का दर्जा दिया गया, लेकिन तब से आज तक शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गयी है. जिसके कारण बच्चों को अब भी मिडिल स्कूल के टीचर ही पढ़ाते हैं.




दस टीचर के भरोसे मिडिल और हाई स्कूल
मिडिल और हाई स्कूल की जिम्मेदारी सिर्फ दस शिक्षकों के उपर है. हाई स्कूल में करीब-करीब बच्चों की संख्या 250 के आस-पास है. वहीं मिडिल स्कूल में भी बच्चों की संख्या लगभग 400 है. ऐसे में शिक्षक एक समय में या तो मिडिल स्कूल के बच्चों को पढ़ा सकते हैं या फिर हाई स्कूल के बच्चों को. शिक्षकों के बीच भी संशय की स्थिति बनी रहती है. लेकिन सरकारी और विभागीय दबाव के कारण स्कूल के शिक्षक मध्य विद्यालय, उच्च विद्यालय दोनों के बच्चों को पढ़ाने को विवश हैं. वहीं हाल के दिनों में यहां एक महिला शिक्षक का प्रतिनियोजन किया गया है.
बच्चों को है शिक्षकों का इंतजार
हाई स्कूल के बच्चों को इंतजार है शिक्षकों का, ताकि उनकी पढ़ाई सही तरीके से हो सके और उनका भविष्य उज्जवल हो.
गांव से दूर बना है हाईस्कूल का भवन
उत्क्रमित उच्च विद्यालय बहादुरपुर गांव से करीब एक किलोमीटर दूर स्थित है. आम लोगों का मानना है कि जिस स्थान पर स्कूल का भवन बनाया गया है वह बच्चों के लिए काफी असुरक्षित है. लेकिन शिक्षा विभाग की मनमानी ही कहेंगे कि सुनसान स्थान पर इस भवन का निर्माण किया गया है. जहां पर ना तो पहुंचने के लिए कोई सड़क है और ना कोई साधन.