रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि जल, जंगल, जमीन और जलवायु किसी के लिए नारा हो सकता है। किसी के लिए वोट पाने का तरीका हो सकता है। लेकिन हमारे लिए यह झारखंड की अमानत है। इसे संरक्षित रखना हमारा काम है, ताकि आनेवाली पीढ़ी को हम हरा भरा झारखंड दे सकें। दुनिया से प्रतिस्पर्द्धा करने के लिए विकास भी जरूरी है। हम राज्य में पर्यावरण अनुकूल विकास कर रहे हैं। इस वर्ष पांच जुलार्इ से पूरे राज्य में दो करोड़ पौधे लगाये जायेंगे। पूरे राज्य में वृक्षारोपण अभियान चलाया जायेगा। श्री दास रविवार को आर्यभट्ट सभागार में प्रभात खबर के संपादक अनुज सिन्हा द्वारा लिखित पुस्तक के लोकापर्ण के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे।
श्री दास ने कहा कि पर्यावरण के लिए आज पूरी दुनिया चिंतित है। जलवायु परिवर्तन को लेकर दुनियाभर के देश मंथन कर रहे हैं। श्री सिन्हा द्वारा लिखित बरगद का पेड़ इसी वेदना को इंगित करता है। पेड़ हमारे लिए केवल पर्यावरण का विषय नहीं है। हमारे जीवन में इनका आध्यात्मिक महत्व भी है। ये आमदनी का जरिया भी बनते हैं। राज्य में पर्यावरण को बचाने के लिए सरकार सौर ऊर्जा को बढ़ावा दे रही है। सरकारी कार्यालय, बंजर जमीन, नहरों पर सोलर पैनल लगाये जायेंगे।
मुख्यमंत्री श्री दास ने कहा कि राज्य में राजनीतिक अस्थिरता के कारण विकास नहीं हो पाया है। 14 साल बाद लोगों ने राज्य में स्थिर सरकार दी है। अब राज्य में भ्रष्टाचार की कोर्इ जगह नहीं रह गयी है। हम टीम झारखंड के रूप में विकास के लिए काम कर रहे हैं। मीडिया भी सकारात्मक भ्ाूमिका निभाये। लोकतंत्र में आलोचना का विशेष स्थान है। मेरे लिए आलोचना प्रेरक का काम करती है। लेकिन आलोचना सकारात्मक होनी चाहिए। समाज में जो अच्छे काम हो रहे हैं, उनको बताने से लोगों को प्रेरणा मिलती है। सभी अपनी जिम्मेवारी का र्इमानदारीपूर्वक निर्वहन करें, तो हमारा राज्य आनेवाले कुछ वर्षों में ही समृद्ध राज्य की श्रेणी में खड़ा हो सकता है।