देवघर : सुल्तानगंज से लगभग 5049 की संख्या में डाक बम के देवघर कूच करने के सवाल पर देवघर डीसी राहुल पुरवार ने कहा कि महीनों से प्रचार-प्रसार हो रहा है. अखबारों में विज्ञापन दिया गया कि डाक बम को रविवार व सोमवार को विशेष सुविधा नहीं दी जायेगी. क्योंकि सप्ताह के इन दो दिनों में एक लाख से अधिक श्रद्धालु देवघर जलार्पण के लिए आते हैं. सभी को जलार्पण कराना प्रशासन की जिम्मेवारी है.
श्री पुरवार ने कहा कि इंटर स्टेट को-अर्डिनेशन की बैठक में दोनों राज्यों के आलाधिकारियों ने निर्णय लिया था कि रविवार और सोमवार के लिए भागलपुर प्रशासन डाक बम का पास जारी नहीं करेगा. इसके बाद भी भागलपुर प्रशासन पास जारी कर रहा है तो ये उनका प्रॉब्लम है.
वहां के अधिकारियों को देवघर प्रशासन की मजबूरी समझना चाहिए. क्योंकि गर्भगृह की क्षमता सीमित है. चंद लोगों के लिए प्रशासन लाखों लोगों को परेशानी में नहीं डाल सकता है. जब निर्णय लिया गया है तो सकती से उनका अनुपालन होगा. जो भी डाक बम सोमवार को आयेंगे, उन्हें सामान्य कांवरियों की तरह जलार्पण करना होगा.
सुबह सरकारी पूजा में जलार्पण करने के दौरान कोलकाता से आये श्रद्धालु विजय कुमार संथालिया घायल हो गये. श्री संथालिया को गर्भ गृह में तैनात पुलिस कर्मी की बांस की छड़ी से चोट लग गयी. इस दौरान उनकी बांयी आंख पर गंभीर चोट लगी है. आंख में सूजन है.श्री संथालिया ने इसकी शिकायत बाबा मंदिर प्रबंधन बोर्ड के प्रभारी व पदाधिकारी से की है.
संस्कार मंडप से फिल पाया तक लगी बैरिकेटिंग पर लगातार घुसपैठ से प्रशासन दूसरी बैरिकेटिंग की व्यवस्था करने जा रहा है. इसकी ऊंचाई तकरीबन आठ फीट होगी. सोमवार को संभावित भीड़ को देखते हुए रविवार की शाम ही ऊंची बैरिकेटिंग लगाने की योजना है.
हालांकि इसमें एक समस्या यह भी है कि बैरिकेटिंग ऊंचा हो जाने पर भीड़ से कांवरियों को आपात स्थिति में बाहर निकालने में परेशानी हो सकती है. संस्कार मंडप से प्रांगण में उतरने के बाद कांवरियों की लगभग चार कतार हो जाती है. ऐसे में किसी कांवरिये को दम घूटने की शिकायत पर बाहर निकालने में दिक्कत हो सकती है.