
New Delhi : पश्चिम बंगाल भाजपा के एक नेता ने उच्चतम न्यायालय का रुख करते हुए आरोप लगाया कि उनकी पार्टी के उम्मीदवारों को प्रदेश में पंचायत चुनावों के लिए नामांकन पत्र दाखिल नहीं करने दिया जा रहा है और उन्होंने न्यायालय से इस मामले में मदद की गुहार लगाई.
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नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि नौ अप्रैल


प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा और न्यायमूर्ति ए एम खानविल्कर तथा न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड की पीठ ने भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के सचिव की याचिका पर सुनवाई के लिए शुक्रवार की तारीख तय की. भाजपा नेता ने न्यायालय से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया ताकि यह भाजपा के प्रत्याशियों को नामांकन पत्र दाखिल करना सुनिश्चित किया जा सके. नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि नौ अप्रैल है. भाजपा के नेता की वकील ऐश्वर्या भाटी की दलीलें सुनने के बाद पीठ ने कहा कि हम इस पर शुक्रवार को सुनवाई करेंगे.




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परेशानी खड़ी कर रही है तृणमूल कांग्रेस की सरकार
याचिका में इस साल मई महीने में होने वाले पंचायत चुनावों के सुचारू संचालन के लिए केंद्रीय बलों को तैनात करने की मांग भी की गई है. वकील ने आरोप लगाया कि हाल के समय में भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ बड़े पैमाने पर हिंसा की गई. भाटी ने राज्य में एक दलित नेता की हाल में हुई हत्या का भी जिक्र किया और परेशानी खड़ी करने के लिए तृणमूल कांग्रेस की सरकार को जिम्मेदार ठहराया.
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