रांची : अपने जागरूकता कार्यक्रम अभियान के तहत स्वंय सेवी संस्था नभ तक इस बार पहुंची खूंटी के दूर दराज के गांव की उन गरीब बच्चियों के बीच जहां अक्सर मानव तस्करी के चंगुल में लड़कियां फंस जाती हैं। तो इस बार नभ तक के सदस्यों ने मिस बारकर मेमोरियल बालिका उच्च विद्यालय मारंगहादा में कक्षा नौ और दसवीं की बच्चियों को मानव तस्करी के दुष्परिणाम बताये।
उन्हें बताया कि किसी तरह की नौकरी या पैसों की लालच में आकर बड़े शहर में जाने से बचना चाहिए, क्योंकि दलाल बड़े शहरों की सुविधाओं और पैसों का लालच दिखा कर बच्चियों को बड़े शहरों में बेच देते हैं। विद्यालय की बच्चियों को नभ तक के सदस्यों ने बताया कि कैसे लड़कियों को नौकरी का लालच देकर दलाल प्लेसमेंट एजेंसी के हाथों बेच देते हैं और प्लेसमेंट एजेंसियां उनका सौदा बाजार लगा कर करती हैं।
इस तरह लाखों बच्चियों की जिंदगी तबाह हो चुकी है। इस कार्यक्रम के दौरान बच्चियों ने कई सवाल भी पूछे जिसका नभ तक के सदस्यों और स्कूल की शिक्षिका सिल्विया देन्ता ने जवाब दिया। बच्चियों ने कहा कि हम दलालों की बात पर नहीं आयेंगे।


कार्यक्रम में नभ तक के रणजीत के अलावा एस टूटी, अजय, संजय और विद्यालय की शिक्षिकाएं और अन्य स्टॉफ भी शामिल हुए। गौरतलब है कि खूंटी मानव तस्करी की गंभीर चपेट में है। यह समस्या सुलझने के बजाए और गहराते जा रही है। नभ तक का उद्देश्य है कि पिछड़े इलाकों के गांव के उन इलाकों तक पहुंचना जहां विकास के अलावा जागरूकता की बहुत ज्यादा जरूरत है।



