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Dhaka, 02 December : पोप फ्रांसिस ने बांग्लादेश के पादरियों और नन से धार्मिक समुदायों को बांटने वाली अफवाहों पर ध्यान नहीं देने का आज अनुरोध किया. पोप ने तनावपूर्ण और कूटनीतिक रूप से महत्वपूर्ण अपनी एशिया यात्रा के तहत देश के कैथोलिक नेतृत्व को आज दिए संबोधन में यह बात कही.
फ्रांसिस ने चटगांव के होली रोजरी चर्च में एकत्रित पादरियों और नन से कहा कि वह आठ पन्नों का तैयार किया हुआ भाषण छोड़ रहे हैं और इसके बजाय अपने दिल से उनसे बात करेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘मैं नहीं जानता कि यह बेहतर होगा या खराब, लेकिन मैं वादा करता हूं कि यह ज्यादा बोरियत भरा नहीं होगा.’’ अपने 15 मिनट के संबोधन में उन्होंने धार्मिक समुदायों को अलग करने वाली अफवाहों पर ध्यान नहीं देने पर भाषण दिया.
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फ्रांसिस ने अपने निजी अनुभव के आधार पर कहा, ‘‘अफवाहों के कारण कितने धार्मिक समुदाय खत्म हो गए? कृपया अपनी जुबान बंद रखें.’’ उन्होंने कॉक्स बाजार से ढाका आए 16 रोहिंग्या शरणार्थियों के समूह से कहा, ‘‘आज ईश्वर के वजूद को ‘रोहिंग्या’ भी कहा जाता है.’’ फ्रांसिस का रोम लौटने के लिए विमान में सवार होने से पहले बांग्लादेश में आखिरी कार्यक्रम एक युवा रैली थी.
