नई दिल्ली, 16 जनवरी | थलसेना प्रमुख जनरल वी. के. सिंह ने अपनी उम्र को लेकर उठे विवाद के सिलसिले में सोमवार को सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। सिंह का दावा है कि सरकार ने यदि उनके जन्म के साल को बदलकर 1951 से 1950 नहीं किया होता तो वह 31 मई 2013 को सेवानिवृत्त होते।
सिंह की ओर से वकील पवन बाली ने याचिका दाखिल की।
सिंह ने सरकार के साथ अपने उम्र विवाद को तूल न देते हुए गुरुवार को कहा था कि उम्र का मसला निष्ठा और सम्मान से जुड़ा है। गुरुवार को हालांकि मीडिया की उन रपटों से इंकार किया था कि वह उम्र विवाद के मसले पर सर्वोच्च न्यायालय का रुख करने वाले हैं।
सेना प्रमुख ने कहा था कि सरकार के साथ उनका कोई मतभेद नहीं है।


ज्ञात हो कि सेना मुख्यालय के एडजुटेंट जनरल एवं सैन्य सचिव शाखा में सेना प्रमुख की उम्र से सम्बंधित अलग-अलग दस्तावेज होने से यह विवाद पैदा हुआ है।




एडजुटेंट जनरल के कार्यालय में सिह के जन्म का वर्ष 1951 दर्ज है जबकि सैन्य सचिव शाखा में यह 1950 है। सेना प्रमुख का कहना है कि उनका जन्म 1951 को हुआ। (आईएएनएस)