
Ranchi : राज्य में युवाओं के उत्थान के लिए, उनके समग्र विकास के लिए, पंचायत स्तर पर हर योजना में युवाओं को जोड़ने के लिए युवा आयोग बनाया जाएगा. ऐसी घोषणा मुख्यमंत्री रघुवर दास ने की थी. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने चन्दवे, रांची में राष्ट्रीय युवा विकास संघ द्वारा आयोजित युवा विकास महोत्सव में आयोग को लेकर घोषणाओं की झरी लगा दी थी. कहा था युवाओं के विकास के लिए युवा आयोग का गठन कर युवा नीति बनाई जाएगी. मुख्यमंत्री उद्यमी विकास मंडल के अन्तर्गत उद्यमी युवा मंडलों और उद्यमी सखी मंडलों का गठन किया जाएगा. एक मंडल में 15 सदस्य होंगे. झारखंड में 2018 तक लगभग 30 लाख शौचालयों का निर्माण होगा. पंचायत सचिवालयों के स्वयंसेवकों को विधवा, भूमिहीनों व अनाथों के सर्वेक्षण का दायित्व दिया जा रहा है. लेकिन ऐसा किसी तरह का आयोग ना बना है और ना ही सरकारी स्तर पर इसके बनने की फिलहाल सुगबुगाहट देखी जा रही है.
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2013 में अर्जुन मुंडा के कार्यकाल में बना था आयोग


2013 में झारखंड राज्य युवा आयोग नियमावली 2012 के तहत युवा आयोग का गठन किया गया था. नियमावली के नियमों के मुताबिक आयोग तीन साल के लिए गठन किया गया था. इसमें एक अध्यक्ष, दो सदस्य और सदस्य सचिव के होने की बात थी. अर्जुन मुंडा की सरकार जाने के बाद हेमंत सोरेन की सरकार में भी यह आयोग कायम था. लेकिन रघुवर दास की सरकार आते ही इस आयोग को निरस्त कर दिया गया. आयोग के अध्यक्ष चंद्रभूषण झा और दूसरों को यह कह कर हटाया गया कि इन लोगों का सामाजिक कार्यों से कोई लेना-देना नहीं है. वहीं एक सदस्य डॉ. अशोक नाग को यह कहते हुए हटाया गया कि वो झारखंड के निवासी नहीं हैं. मामला कोर्ट गया. कोर्ट के फैसले के मुताबिक सभी सदस्यों को एक साल की सैलेरी देकर उनकी छुट्टी कर दी गयी. इसके बाद से युवा आयोग बनाने के नाम पर सिर्फ घोषणाएं हो रही है.




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बीजेपी और आजसू के कार्यकर्ता लगाए हुए हैं टकटकी
सरकार में शामिल बीजेपी और आजसू के कार्यकर्ताओं को सीएम की घोषणा पूरा होने का भरोसा अब भी है. आयोग गठन होने पर वो इस आयोग में अध्यक्ष पद और सदस्य पद के लिए अपने आप को फिट मान रहे हैं. आजसू से हरीश कुमार, बीजेपी के संथाल परगना से बबलू भगत, साहेब हांसदा, रांची से डॉ. राजीव शाहदेव, नवीन झा आदि आयोग के साथ जुड़कर झारखंड में युवाओं के लिए कुछ अच्छा करने की चाहत रखे हुए हैं. लेकिन सवाल यह है कि युवा आयोग बनाने के लिए सरकार कितनी गंभीर है.
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