
Jamshedpur : पूर्वी सिंहभूम जिले में मनरेगा योजना के तहत हो कार्यों में मानव दिवस सृजन के मामले में सभी प्रखंडों की रफ्तार धीमी हो गई है. यह बात वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सोमवार को हुई योजना की समीक्षात्मक बैठक में सामने आई. बैठक की अध्यक्षता कर रहे जिले के उप विकास आयुक्त परमेश्वर भगत ने इस पर असंतोष जताते हुए अक्टूबर महीने तक लक्ष्य के अनुरुप मानव दिवस सृजित करने का सभी बीपीओ को निर्देश दिया. बैठक में मनरेगा अंतर्गत सामाजिक अंकेक्षण से संबंधित एटीआर अपलोडिंग, स्कीम पूर्णता, मानव दिवस सृजन, रिजेक्टेड ट्रांजेक्शन, मुख्यमंत्री पशुधन योजना, जीआईएस बेस्ट प्लानिंग आदि की प्रगति के संबंध में चर्चा की गई.
118 पंचायतों के लिए जीएआईएस प्लान तैयार
इस दौरान सभी एई और जेई को दो दिन के अंदर मनरेगा अंतर्गत अधिक से अधिक योजनाओं को पूर्ण करने एवं जीआईएस बेस्ड प्लानिंग अंतर्गत सभी पंचायतों के लिए जल्द से जल्द प्लान तैयार करने का निर्देश देते हुए सभी योजनाओं को यथा शीघ्र चालू करने का निर्देश दिया गया. वर्तमान में 231 पंचायतों में से 118 पंचायतों के लिए जीआईएस प्लान तैयार किया जा चुका है. मुख्यमंत्री पशुधन योजना अंतर्गत मनरेगा से शेड निर्माण की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि कुल लक्ष्य 502 के विरुद्ध 269 शेड की योजना को प्रखंड द्वारा स्वीकृत किया गया है, शेष योजनाओं को आगामी 16 अक्टूबर तक स्वीकृत करने का निर्देश दिया गया.
रिजेक्टेड ट्रांजेक्शन में सुधार कर अविलंब भुगतान का निर्देश
उप विकास आयुक्त ने कहा कि मनरेगा योजना का मुख्य लक्ष्य ग्रामीणों को उनके क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध कराना है. साथ ही ससमय मजदूरी का भुगतान भी करना है. इसे लेकर उप विकास आयुक्त ने सभी बीपीओ को सभी रिजेक्टेड ट्रांजेक्शन के खाते को सुधार करते हुए अविलंब मजदूरी की राशि मजदूरों के सही खाते में भुगतान करने का निर्देश दिया गया.
बैठक में ये थे उपस्थित
बैठक में सभी प्रखंडों के बीपीओ, एई, जेई, पीओ डीआरडीए शीतल अजीता तिर्की, जिला मनरेगा कोषांग से एपीओ अखिलेश कुमार, अरविन्द कुमार, एमआईएस नोडल (मनरेगा) लीलाधर महतो शामिल थे.
इसे भी पढ़ें- पलामू : रेल पटरी पर मिला ससुराल आये युवक का शव, परिजनों ने मौत को बताया संदिग्ध