गिरिडीह : सेंट्रल कोल फिल्ड लिमिटेड की गिरिडीह इकाई की बंद पड़ी कबरीबाद कोयला खदान में अवैध कोयला निकालने के क्रम में गुरुवार को हुए भूधसान में कम से कम छह लोगों के जमीनदोज होने की आशंका है। हालांकि कई घंटों तक किये गये रेस्कयु आॅपरेशन के बावजूद दोपहर बाद तक एक भी शव को बाहर नहीं निकाला जा सका है। लेकिन गांव वालों की मानें तो कबरीबाद अवैध खदान में गुरुवार तड़के तीन बजे ताज हशन खुटुटाढ़ाब (गिरिडीह मुफ्फसिल), छोटका बाबू झींझरी मोहल्ला और कई अन्य लोग खदान में कोयला निकालने नीचे गये थे। लगभग पांच बजे सुबह अचानक खदान की मिट्टी बैठ गयी जिससे खदान के भीतर कोयला निकालने वाले कई लोग दब गये। इसकी पुष्टि ताज हसन की पत्नी शाहिना प्रवीण ने भी की है।
घटना के पश्चात सीसीएल प्रशासन की ओर से तीन जेसीबी मशीनों की मदद से एसडीएम जुल्फीकार अली, डीएसपी शंभू सिंह, प्रशिक्षु आइपीएस अशुंमन कुमार की मौजूदगी में कई घंटों तक शवों को बाहर निकालने का काम चला।
इधर, सीसीएल प्रशासन का कहना है कि असुरक्षा के मद्देनजर पिछले एक साल से कबरीबाद खदान से कोयला का उत्खनन बंद कर दिया गया था। इस बीच खदान में दबे लोगों के घरों में मातम का माहौल है हालांकि पुलिस कार्रवाई के भय से भी कई परिवार के लोग डरे सहमे और मौन हैं। ग्रामीण खदान धंसने की बात स्वीकारते हैं परंतु किसके घर के लोग दबे हैं इस पर चुप्पी साधे हुए हैं।