
Kumar Gaurav, Ranchi : सिसई अंचलाधिकारी ने एक जमीन के मामले में तीन विभिन्न तरीकों से मांगे गये रिपोर्ट का अलग-अलग जवाब दिया है. सिसई के सीओ सुमंत तिर्की ने चार दिन के अंतराल में तीनों रिपोर्ट बनाये हैं. सुंमत तिर्की से मुख्यमंत्री जनसंवाद के माध्यम से ऑनलाइन एफआईआर और दाखिल खारिज के दौरान तीन तरह से रिपोर्ट मांगे गये थे. तीनों रिपोर्ट अलग-अलग होने की वजह से सुमंत तिर्की संदेह के घेरे में हैं. पीड़ित परिवार का आरोप है कि आरोपी को अंचलाधिकारी का संरक्षण प्राप्त है.
क्या है मामला
पीड़ित इंदू तत्वा का तीन एकड़ जमीन सिसई प्रखंड के लोटवा गांव में सड़क के किनारे मौजूद है. जिसपर इंदू तत्वा और कृष्णा तत्वा के बीच गुमला जिला कोर्ट में टाईटल सूट का मामला चल रहा है. उक्त जमीन पर अब दामोदर सिंह ने कब्जा कर लिया है. दामोदर सिंह अब उस जमीन पर निर्माण करवा रहा है. टाईटल सूट का मामला चलने और पूलिस को इसकी जानकारी होने के बाद भी इसपर निर्माण कार्य का चलना पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई पर संदेह पैदा करता है.
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अंचलाधिकारी द्वारा सौंपे गये तीनों रिपोर्ट को जानें
मुख्यमंत्री जनसंवाद केंद्र को ज्ञापांक 702 दिनांक 18 नवंबर 2017 को सौंपे गये रिपोर्ट में सीओ ने बताया कि जमीन के कागजात में इंदू तत्वा का नाम दर्ज है, साथ ही लोधा खड़िया का भी नाम जुड़ा है. दूसरे ऑनलाइन एफआईआर संख्या 246126 का जवाब अंचलाधिकारी द्वारा 14 नवंबर 2017 को ज्ञापांक 698 में दिया गया, जिसमें इंदू तत्वा के नाम का उल्लेख है ही नहीं. परंतु 11 जुलाई को दाखिल खारिज में अंचलाधिकारी द्वारा सौंपे गये रिपोर्ट के अनुसार जमाबंदी विपता तत्वा के नाम से है, जो अब इंदू तत्वा के नाम से दाखिल खारिज है. ये तीन रिपोर्ट साबित करते हैं कि इस मामले में अंचलाधिकारी की पूरी तरह से मिली भगत है.
जनसंवाद ने पुनः मांगी थी रिपोर्ट
इंदू तत्वा द्वारा इसकी शिकायत दर्ज कराने के बाद मुख्यमंत्री जनसंवाद ने अंचलाधिकारी से पुनः रिपोर्ट की मांग की थी. जिसे 13 दिसंबर तक जमा करने का आदेश दिया गया था, पर अंचलाधिकारी ने अब तक इसे जमा नहीं किया है.
परिवार डर से कर गया पलायन
इंदू तत्वा का परिवार दबंग दमोदर सिंह द्वारा लगातार दिये जा रहे धमकियों से डरकर दिल्ली पलायन कर गया है. पीड़ित का कहना है कि दमोदर सिंह अपराधिक प्रवृति का इंसान है और पहले जेल भी जा चुका है. जमीन हड़पने का विरोध करने पर परिवार को जान से मारने की धमकी दमोदर सिंह एवं उनके आदमियों ने दी थी. अब दिल्ली में मजदूरी कर परिवार अपना भरण पोषण कर रहा है.
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