
Sahibganj : गंगा दशहरा के शुभ अवसर पर साहिबगंज मनिहारी अंतरराज्यीय फेरी सेवा प्रबंधक की ओर से जिले के शकुन्तला सहाय गंगा घाट में भव्य गंगा महाआरती व आतिशबाजी, भक्ति जागरण का आयोजन किया गया. संध्या चार बजे से ही जिलेवासी स्थानीय शकुन्तला सहाय गंगा घाट में जुटने लगे थे. जिले के आसपास के क्षेत्रों सहित बंगाल, बिहार से सैकड़ों लोग गंगा दशहरा के अवसर पर इस भव्य गंगा महाआरती को देखने आए थे. संध्या भक्ति जागरण में मौजूद कलाकारों ने उपस्तिथ भक्तों को झूमने पर मजबूर किया. पूरा गंगा क्षेत्र सहित पूरा जिला भक्ति के रंग में रंगा हुआ था. शकुन्तला सहाय गंगा घाट भक्तों से खचाखच भरा हुआ था. गंगा महाआरती व आतिशबाजी का उद्घाटन साहिबगंज उप विकास आयुक्त नैन्सी सहाय ने फीता काटकर किया. संध्या 7 बजे शानदार भव्य आतिशबाजी शुरू हुई. भक्ति के रंग में क्या बच्चे, बड़े, बूढ़े, नवयुवक, महिलाएं सभी रंगे हुए थे.
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वैदिक मंत्रोचारण के साथ बनारस से आए पुरोहित ने की गंगा महाआरती






विधिवत वैदिक मंत्रोचारण के साथ बनारस से आए पुरोहित ने गंगा महाआरती की. हर हर गंगे, जय मां गंगे के जयकारे से पूरा गंगा तट गूंज उठा. बनारस से आए बाबा अयोध्या दास के नेतृत्व में 51 पुरोहितों के द्वारा गंगा दशहरा के मौके पर शकुन्तला सहाय गंगा घाट पर भव्य गंगा आरती किया गया. जिसमें उज्जवल तिवारी के नेतृत्व में 11 सदस्यीय पुरोहित ने गंगा आरती की. हर्ष मिश्रा के नेतृत्व में 11 सदस्यी पुरोहित ने डमरू वादन किया, विजय शंकर के नेतृत्व में 11 सदस्यी पुरोहितों की टीम ने संगीत वादन तथा रूबी चौधरी के नेतृत्व में 11 सदस्यीय महिला पुरोहित की टीम ने चमर वादन किया. साहेबगंज क़े विद्वान पंडित पंकज पाण्डेय व जय दुबे ने बाहर से आये विद्वान पंडितों क़े जत्था क़े हर इंतजाम में लगे हुये देखे गये. गंगा महाआरती लगभग सवा दो घंटे चली. गंगा आरती देखने शकुन्तला सहाय घाट पूरी तरह से खचाखच भरी हुई थी. वहीं आयोजक की ओर से शहर के दस मुख्य चौक-चौराहों पर एलईडी स्क्रीन लगाकर लाइव गंगा महाआरती दिखाया गया. गंगा आरती को लाखों लोगों ने देखा.
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दर्जनों सीसीटीवी कैमरे व ड्रोन कैमरे से हुई मेले की निगरानी
दर्जनों सीसीटीवी कैमरे सहित ड्रोन कैमरे से मेले की निगरानी की गई. सैकड़ों पुलिस के जवान सुरक्षा व्यवस्था में लगाए गए थे. सदर डीएसपी ललन प्रसाद, पुलिस निरीक्षक सुनील टोपनो, एएसआई प्रभा शंकर दुबे, आयोजक साहिबगंज मनिहारी अंतराज्जीय फेरी सेवा प्रबंधक के अध्यक्ष राजेश यादव उर्फ दाहू यादव, जिप उपाध्यक्ष सुनील यादव, सरोज यादव, पंकज मिश्रा, प्रबंधक राजीव कुमार उर्फ़ मामा सहित दर्जनों लोगों ने इस गंगा महाआरती व आतिशबाजी में अपना सहयोग दिया. मौके पर हजारों की संख्या में बच्चे, बड़े, बूढे, युवा, महिलाएं उपस्तिथ थी. वहीं गंगा दशहरा के मौके पर सैकड़ों महिला पुरुषों ने गंगा पूजन किया व गंगा आरती कर गंगा में दीप दान किया.
बंगाल क़े रामपुर हाट से आये श्रद्धालुओं के एक जत्था में शामिल ऋषिकेश मुखर्जी ने बताया कि इस तरह का भव्य गंगा आरती देखने का सौभग्य प्राप्त हुआ. ऐसा भव्य आयोजन बनारस व हरिद्वार में ही देखने क़ो मिलता है.
गंगा दशहरा पर गंगा आरती व दीप दान का अपना ही महत्व है
दीप दान
यह बहुत पुरानी परंपरा के तहत चलता आ रहा है, जिसके अंतर्गत भक्त एक दोने में फूल और प्रज्ज्वलित दीप रखकर गंगा में प्रवाहित करते हैं.
गंगा आरती और दीप दान का महत्व
अगर सच्चे मन और पूरी श्रद्धा के साथ भक्त मां गंगा की अराधना करते हैं तो मां गंगा उनपर अपनी कृपा अवश्य करती हैं. गंगा आरती और दीप दान करने के कुछ मुख्य लाभ निम्नलिखित हैं-
घर-परिवार में खुशहाली और शांति स्थापित होती है.
आर्थिक स्थिति में स्थिरता आती है और धन संबंधी परेशानियां समाप्त होती है.
व्यवसाय में प्रगति होती है, भक्त के मन-मस्तिष्क और आत्मा की शुद्धि होती है.
समस्त पापों का नाश करता है और साथ ही साथ पूर्वजों की आत्मा को भी शांति मिलती है, यह मोक्ष का द्वार प्रशस्त करता है.
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