नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सांसदों ने विपक्षी दलों पर मानसून सत्र के दौरान लोकसभा तथा राज्यसभा की कार्यवाही बाधित करने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को संसद परिसर में प्रदर्शन किया। उन्होंने इस दौरान विपक्ष से अपील की कि वे संसद की कार्यवाही सुचारु तरीके से चलने दें। राजग सांसदों ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व प्रमुख ललित मोदी के साथ संबंधों को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज तथा राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को निशाना बनाने के लिए तथा मध्य प्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को निशाना बनाने के लिए कांग्रेस पर तंज कंसे।
शिरोमणि अकाली दल के नेता नरेश गुजराल ने संवाददाताओं से कहा, “कांग्रेस खुद भ्रष्टाचार से घिरी हुई है, और स्वच्छ राजनीति की बात करती है। यह बेहद अजीब स्थिति है।”
प्रदर्शनकारी सांसदों ने तख्तियां लहराईं, जिन पर लिखा था, ‘लोकतंत्र को बचाएं, संसद को चलने दें।’
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, “कांग्रेस चर्चा से क्यों भाग रही है? उन्होंने ही इसकी मांग की थी।”
इसके बाद प्रदर्शनकारी संसद परिसर में मौजूद महात्मा गांधी की प्रतिमा के नजदीक धरने पर बैठ गए।
वहीं कांग्रेस तथा जनता दल (युनाइटेड) ने धरने को लेकर भाजपा की आलोचना की।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने संवाददाताओं से कहा, “विरोध करने, धरना देने तथा सरकार से कदम उठाने की मांग करने का अधिकार विपक्ष के पास है। लेकिन शुक्रवार को सत्तारूढ़ पार्टी धरने पर बैठ गई।”
भाजपा के प्रदर्शन का उपहास उड़ाते हुए जद (यू) के नेता शरद यादव ने राज्यसभा में कहा, “सत्ता पक्ष क्यों धरने पर बैठा है? वे किससे अपनी मांग कर रहे हैं? क्या वे भगवान से मांग रहे हैं?”
कांग्रेस शासित राज्यों में भ्रष्टाचार को लेकर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी की चुप्पी पर सवाल करते हुए भाजपा नेताओं ने आपदा राहत घोटाले में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत के इस्तीफे की मांग की।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “उत्तराखंड के मुख्यमंत्री और उनके निजी सचिव बाढ़ के दौरान शराब घोटाले और लूट में शामिल रहे हैं।”