जयपुर, 26 दिसम्बर | बाल वैज्ञानिकों के लिए 27 से 31 दिसम्बर तक चलने वाली 19वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी जो 'हैंड्स ऑन माइंड्स ऑन' सिद्धांत पर आधारित होंगी। प्रतिभागी इन गतिविधियों के न केवल सिद्धांत समझ सकेंगे, बल्कि स्वयं करके सीख भी सकेंगे। कांग्रेस में लिक्विड नाइट्रोजन का प्रदर्शन विशेषज्ञ मोहम्मद यास्मीन द्वारा प्रतिदिन किया जाएगा जिसमें बैलून, केला, रबड़ की गेंद आदि चीजों को तरल नाइट्रोजन के सम्पर्क में लाकर उनमें आए परिवर्तन को दर्शाया जाएगा।
इसी प्रकार चमत्कारों की वैज्ञानिक व्याख्या के तहत इन सभी चमत्कारों का प्रदर्शन किया जाएगा और इनके वैज्ञानिक सिद्धांतों को समझाया जाएगा तथा भ्रांति दूर की जाएगी।


वैदिक गणित गतिविधि में रघुवीर सोलंकी वैदिक सूत्र बताएंगे और सूत्र की व्याख्या कर क्लिष्ट गणितीय गणनाओं के सरल तरीके बताएंगे।


इसके साथ ही बिरला प्लेनेटेरियम के चरण सिंह प्रतिभागियों को टेलीस्कोप बनाना सिखाएंगे। इसमें प्रतिभागियों को छोटे अपवर्तन लैंस का उपयोग करते हुए छोटे टेलीस्कोप बनाने के तरीके बताए जाएंगे। इन टेलीस्कोप से चंद्रमा के कतिपय कैटर्स (गड्ढे) तथा बृहस्पति ग्रह के कुछ चंद्रमा भी देखे जा सकते हैं।
इसके अतिरिक्त महिला औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र, जयपुर द्वारा सरल तरीकों से खाद्य सामग्री में मिलावट की जांच का तरीका प्रदर्शित किया जाएगा तथा मिलावट से होने वाले नुकसानों के बारे में जागरूकता प्रदान की जाएगी।
राजस्थान यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर फिजिक्स एजूकेशन की ओर से भौतिकी, रसायन एवं बायोलॉजी पर वर्च्यूअल लैब का प्रदर्शन किया जाएगा। इसके साथ ही नैनो टेक्नोलॉजी व इनोवेटिव लैब इक्विपमेंट का प्रदर्शन भी किया जाएगा।
चार दिवसीय कांग्रेस में फिलेटेलिक सोसायटी ऑफ राजस्थान द्वारा विज्ञान आधारित टिकटों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी तथा प्रश्नोत्तरी आयोजित की जाएगी।
– इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।