नई दिल्ली, 26 दिसम्बर | लोकपाल विधेयक पर बहस शुरू होने से एक दिन पूर्व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने केंद्र में सत्तारूढ़ कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह मजबूत भ्रष्टाचार रोधी कानून बनाने के पक्ष में नहीं है। पार्टी ने कहा कि वह संशोधन प्रस्ताव लाएगी।
पार्टी सूत्रों के अनुसार मुख्य संशोधनों में लोकपाल से आरक्षण हटाने पर जोर दिया जाएगा, जैसा कि लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने पिछले गुरुवार को विधेयक पेश किए जाने के बाद घोषणा की थी।


पार्टी विधेयक के तहत लोकायुक्त के गठन के खिलाफ भी संशोधन प्रस्ताव रखेगी, क्योंकि वह इसे भारत के संघीय ढांचे पर प्रहार मानती है।


पार्टी सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सरकार के नियंत्रण से मुक्त रखने और इसे लोकपाल के अधीन लाने का संशोधन प्रस्ताव भी लाया जाना सम्भावित है।
भाजपा के प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा, "सरकार दो कदम आगे बढ़ती है और चार कदम पीछे चलती है। वह मजबूत लोकपाल नहीं चाहती।"
उन्होंने कहा, "सरकार की नीयत खराब है। कांग्रेस की नीतियों एवं क्रियान्वयन दोनों में बेईमानी है इसीलिए वह सशक्त लोकपाल नहीं चाहती।"
भाजपा के एक अन्य नेता बलबीर पुंज ने कहा, "सरकार धर्म एवं जाति के आधार पर आरक्षण देकर लोकपाल के साथ रोजगार देने वाली संस्था की तरह व्यवहार करने का प्रयास कर रही है। स्वतंत्र जांच एजेंसी के बगैर लोकपाल 'दंतहीन बाघ' की तरह होगा।" (आईएएनएस)