
Lucknow : राजधानी में मुख्यमंत्री कार्यालय और कुछ अन्य भवनों के बाद अब उत्तर प्रदेश राज्य हज समिति के कार्यालय की बाहरी दीवारें भगवा रंग में रंग दी गयी हैं. दीवारों पर भगवा पेंट गुरूवार को कराया गया. शुक्रवार को अवकाश होने की वजह से हज कार्यालय के स्टाफ से तत्काल टिप्पणी हासिल नहीं हो सकी. संपर्क करने पर अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने पीटीआई को बताया, ‘मुझे उन लोगों की बात समझ नहीं आती जिन्हें नये रंग से दिक्कत है. क्या भगवा राष्ट्रविरोधी रंग है ? भगवा उजाले और ऊर्जा का प्रतीक है.’
Lucknow : राजधानी में मुख्यमंत्री कार्यालय और कुछ अन्य भवनों के बाद अब उत्तर प्रदेश राज्य हज समिति के कार्यालय की बाहरी दीवारें भगवा रंग में रंग दी गयी हैं. दीवारों पर भगवा पेंट गुरूवार को कराया गया. शुक्रवार को अवकाश होने की वजह से हज कार्यालय के स्टाफ से तत्काल टिप्पणी हासिल नहीं हो सकी. संपर्क करने पर अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने पीटीआई को बताया, ‘मुझे उन लोगों की बात समझ नहीं आती जिन्हें नये रंग से दिक्कत है. क्या भगवा राष्ट्रविरोधी रंग है ? भगवा उजाले और ऊर्जा का प्रतीक है.‘
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भगवा रंग सकारात्मकता का प्रतीक : मंत्री
उन्होंने कहा, ‘जब सूरज की पहली किरण धरती पर पड़ती है तो यह भगवा रोशनी के साथ आती है.‘ रजा ने कहा कि भगवा रंग सकारात्मकता का प्रतीक है. यह भगवान का तोहफा है . मुझे लगता है कि जो हज समिति के कार्यालय की दीवारों पर भगवा रंग लगाने के खिलाफ हैं, वे तिरंगे के केसरिया रंग पर भी आपत्ति कर सकते हैं. कुल मिलाकर सरकारी कार्यालय की बाहरी दीवारों को पेंट किया गया है ना कि उसके भवन या किसी की निजी संपत्ति को. सूबे के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी स्वयं भगवा रंग के वस्त्र पहनते हैं और उनके अनुयायी उन्हें महाराज के नाम से पुकारते हैं. दिलचस्प बात यह है कि योगी के क्षेत्र गोरखपुर में स्थित ऐतिहासिक घंटाघर भी भगवा रंग से रंगा हुआ है.
यूपी के मुख्यमंत्री भगवाधारी योगी के कार्यालय का रंग केसरिया
बता दें कि बिना किसी अपवाद के हमेशा भगवा वस्त्र पहनने वाले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कार्यालय भवन ‘एनेक्सी’ भी गेरुए रंग में पहले ही रंगा जा चुका है. लाल बहादुर शास्त्री भवन यानी ‘एनेक्सी’ में मुख्यमंत्री के कार्यालय के साथ-साथ विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के दफ्तर हैं. पहले इसका रंग सफेद था, जिसे भगवा कर दिया गया. मुख्यमंत्री कार्यालय में रखे गये तौलिये भगवा रंग के हैं. साथ ही वहां लगे पर्दे भी हल्के केसरिया रंग के हैं. हाल में मुख्यमंत्री ने भगवा रंग से रंगी 50 बसों के एक बेड़े को हरी झंडी दिखायी थी. यहां तक कि इस मौके के लिये सजाये गये मंच पर भी केसरिया पर्दें और गुब्बारे लगाये गये थे. इसके अलावा राज्य के प्राथमिक स्कूलों में विद्यार्थियों को केसरिया रंग के बैग दिये गये थे. साथ ही सरकार के 100 दिन तथा छह माह पूरे होने पर प्रकाशित पुस्तिकाएं भी भगवा रंग की थीं.
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