
Hyderabad : एक वरिष्ठ माओवादी नेता ने आज तेलंगाना पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. उस पर 25 लाख रुपये का इनाम घोषित था. एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी. तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एम महेंद्र रेड्डी ने संवाददाताओं को बताया कि प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) की केन्द्रीय कमेटी के सदस्य जे नरसिम्हा रेड्डी उर्फ जमपन्ना (55) और उनकी पत्नी अनीता उर्फ रजिता ने संगठन के साथ मतभेद के बाद आत्मसमर्पण कर दिया. उनकी पत्नी यहां माओवादियों की जिला समिति की सदस्य थी.
33 साल से सीपीआई (माओवादी) के लिए काम कर रहे थे
वह 33 साल से सीपीआई (माओवादी) के लिए काम कर रहे थे और तेलंगाना में 51 सहित देश भर में 100 से ज्यादा अपराध के मामलों में शामिल थे . डीजीपी ने कहा, ‘‘अपने समर्पण की वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी के साथ उनके वैचारिक मतभेद थे. इसलिए उन्होंने अपनी पत्नी के साथ समर्पण करने का फैसला किया. ’’ अनीता पर पांच लाख रूपये का इनाम घोषित था और 13 साल तक संगठन के लिए उन्होंने काम किया. उन पर अपराध की कई घटनाओं में संलिप्तता का आरोप है .
इनाम राशि पुनर्वास के लिए दी जायेगी
डीजीपी ने कहा कि इनाम राशि पुनर्वास के तहत उन्हें दी जाएगी. तेलंगाना के वारंगल जिले के रहने वाले जमपन्ना 1984 में माओवादी संगठन पीपुल्स वार ग्रुप में शामिल हुये थे. अधिकारी ने बताया कि दोनों ओड़िशा में रहते थे. जमपन्ना ओड़िशा के कंधमाल इलाके में माओवादी विचारधारा के प्रचार में प्रमुख भूमिका निभाते थे. इसके अलावा, वह सुरक्षा बलों और पुलिस थानों पर किये गये अनेक हमलों में भी कथित तौर पर शामिल थे.