टीएसी सदस्य रतन तिर्की ने की भुखमरी के शिकार संतोषी के परिवारवालों से मुलाकात, दिया 50 किलो चावल
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Simdega, 20 October : ट्राइबल एडवाइजरी कमेटी (टीएसी) के सदस्य रतन तिर्की ने पेक्स के सदस्यों के साथ सिमडेगा के जलदेगा में भुखमरी के शिकार संतोषी के परिवार के लोगों से भेंट की. रतन तिर्की और पैक्स के सदस्यों ने संतोषी के परिवार को 50 किलो चावल, दाल व तेल सहायता के रुप में दी. साथ ही मांग किया कि संतोषी देवी की मौत के जिम्मेदार प्रखंड के डाक्टर व गांव के मुखिया, पंचायत समिति सदस्य वार्ड सदस्य के साथ साथ सिमडेगा के डीसी को निलंबित किया जाए. उनके साथ पैक्स के सदस्यों के अलावा राईट टू फुड कैंपन के तारामणि साहु, हेमु फाउंडेशन के श्यामल हेरेंज, सामाजिक कार्यकर्ता जोय बाखला और नेकी लकड़ी भी थे. रतन तिर्की ने बताया कि गांव के कुछ गलत लोग संतोषी की मां कोयली व उनके परिवार को गांव के चापाकल से पानी लेने, दुकान से सामान न देने, व उनसे किसी को भी तरह की बात करने से मना कर रहें है. कोयली देवी ने बताया कि गांव के कुछ लोगों का मानना है कि हमारी बेटी के मृत्यू के बाद गांव में लोगों को अाना-जाना बढ़ा है. यह ठीक नहीं है. संतोषी की मां ने अाशंका जतायी है कि उसके साथ मारपीट की घटना भी हो सकती है. रतन तिर्की के मुताबिक कोयली का पुरा परिवार कुपोषण का शिकार है. परिवार के सभी सदस्यों का इलाज जरुरी है.
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दो माह पहले दी थी डीसी को जानकारी
राईट टू फुड के तारामणि साहु ने बताया कि संतोषी की मौत से दो माह पहले उन्होंने प्रखंड अापूर्ति पदाधिकारी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, जनता की अदालत और डीसी सिमडेगा को कई बार अावेदन दिया था. अावेदन में राशन कार्ड और आधार कार्ड के बारे में जानकारी दी थी. लेकिन किसी भी स्तर से ध्यान नहीं दिया गया. अंततः संतोषी की मृत्यु हो गयी. कोयली देवी ने भी रतन तिर्की व अन्य सभी लोगों को बताया कि उनकी बेटी की मौत भुख से ही हुई है.
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