जयपुर, 16 जनवरी | राजस्थान में नर्स भंवरी देवी की हत्या के बाद राज्य ने रविवार को उसके तीन बच्चों की मदद के लिए एक राहत पैकेज की घोषणा की। सरकार ने उसके परिवार को सरकारी नौकरी और मुआवजा देने की घोषणा की है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देशों पर हमने नर्स के तीन बच्चों के लिए एक विशेष पैकेज तैयार किया है।”
ज्ञात हो कि नर्स भंवरी देवी की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। भंवरी का पति अमरचंद भी न्यायिक हिरासत में है। ऐसे में उसके बच्चों के जीवन यापन की जिम्मेदारी दादी पूनी देवी (70) पर आ गई है, जो स्वयं पारिवारिक पेंशन से अपना जीवन बसर कर रही है। घर में कोई और कमाऊ सदस्य भी नहीं है।
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राज्य सरकार के इस फैसले के तहत भंवरी देवी के बेटे साहिल को कनिष्ठ लिपिक या उसके समकक्ष पद पर सरकारी नौकरी दी जाएगी। परिवार के पालन-पोषण तथा भविष्य सुरक्षित करने के उद्देश्य से दो लाख रुपये का मुआवजा एवं मुख्यमंत्री सहायता कोष से दो लाख रुपये अतिरिक्त राशि सहित कुल चार लाख रुपये की सहायता दी जाएगी।
इसके अलावा इस राशि से भंवरी की दोनों बेटियों अश्विनी एवं गुनगुन के नाम से दो-दो लाख रुपये सावधि जमा खाते में जमा करवाए जाएंगे, जिससे उनकी शादी के समय यह राशि काम आ सके। जब कभी इन दोनों बेटियों की शादी होगी तब राज्य सरकार की ओर से 50-50 हजार रुपये की नकद आर्थिक सहायता भी दी जाएगी।
राहत पैकेज के तहत भंवरी देवी के तीनों बच्चे यदि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के छात्रावासों में रहते हैं तो उनके खाने-पीने व रहने की सुविधा नि:शुल्क सुलभ करवाई जाएगी।
इसके साथ ही इसे विशेष प्रकरण मानते हुए पालनहार योजना के तहत प्रत्येक बच्चे के लिए 675 रुपये प्रतिमाह इनके संरक्षक (अभिभावक) को दिए जाएंगे तथा तीनों बच्चों को दो-दो हजार रुपये की वार्षिक सहायता भी दी जाएगी।
राज्य सरकार ने कहा है कि समाचारपत्रों से भंवरी देवी के बच्चों को स्कूल से हटाए जाने की खबरें मिली हैं, जिनकी जांच करवाई जाएगी। तीनों बच्चे जिस स्कूल या कालेज में पढ़ना चाहें, राज्य सरकार उनकी मदद करेगी। (आईएएनएस)