गिरिडीह : सभी माताओं को अपनी बेटियों को सफलता के उच्च स्तर तक पहुंचाने का प्रयास करना चाहिए। जब बच्चे के मुख से मां शब्द का उच्चारण होता है तब मां का ममत्व जाग उठता है। उक्त बातें जिला शिक्षा पदाधिकारी निर्मला कुमारी बरेलिया ने बुधवार को सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में मातृ सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि कही।
कार्यक्रम का उद्धाटन जिला शिक्षा पदाधिकारी निर्मला बरेलिया, विशिष्ट अतिथि अधिवक्ता सह सचिव कंचन माला, संभाग प्रमुख गोपेश कुमार घोष, डॉ इंदिरा सिंह, अभिभाविका प्रतिनिधि किरण मिश्र ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्विलत कर किया।
कार्यक्र म में उपस्थित माताओं को संबोधित करते हुए निर्मला कुमारी ने कहा कि आज की बेटियां घरों के चहारदीवारी तक ही सीमति नहीं हैं, बल्कि चन्द्र तल तक पहुंचने में भी कामयाब हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि सभी माताएं अपनी बेटियों को सुसंस्कारी और शिक्षित करने का प्रयास करें। जबतक बेटियां शिक्षित नहीं होंगी, तबतक परिवार और समाज शिक्षित नहीं हो सकता। डॉ इंदिरा सिंह ने कहा कि माताओं को अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा के साथ-साथ रहन सहन, खान-पान, योग व्यायाम आदि पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है। कहा कि माताएं ही बच्चों के लिए प्रथम पाठशाला होती हैं।
कंचन माला ने कहा कि मां ममता, स्नेह, प्रेम की प्रतिमूर्ति होती है। मां प्रकृति की अनुपम देन होती है। वहीं अभिभाविका प्रतिनिधि किरण मिश्र ने उपस्थित माताओं से कहा कि वे अपने बच्चों में जैसा बीजारोपण करेंगी बच्चे वैसा ही बनेंगे। अत: अपने बच्चों को शिक्षा के साथ साथ सुसंस्कारी भी बनाने का प्रयत्न करें।
मौके पर मौजूद विद्यालय के प्रधानाचार्य मदन मोहन मिश्र ने कहा कि विद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों को नयी टेक्नोलॉजी पर आधारित शिक्षा देने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही विद्यालय में बच्चों के अंदर संस्कार भरने का भी प्रयास किया जाता है। मौके पर विद्यालय के छात्न-छात्नाओं ने कई सांस्कृतिक कार्यक्र मों का आयोजन किया।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अनिता मिश्र, ममता सिन्हा, अदिति सरकार, सुम्मी सौरभ, ज्योति कुमारी, अनु मिश्र, रूपम, कल्पना कुमारी, पृथा सिन्हा, मौटुसी दा सहित अन्य लोगों का सराहनीय योगदान रहा।