लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी विदेश यात्राओं को लेकर हमेशा ही सुर्खियों में रहते हैं। मोदी अब तक 13 महीनों में 12 विदेश यात्राएं कर 19 देश घूम चुके हैं। पारदर्शिता की बात करने वाले प्रधानमंत्री कार्यालय ने ही सूचना के अधिकार (आरटीआई) को ठेंगा दिखाते हुए प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं पर हुए खर्च का ब्योरा देने से इंकार कर दिया है। सामाजिक कार्यकर्ता संजय शर्मा ने 26 मई को प्रधानमंत्री कार्यालय में एक आरटीआई दायर कर पूछा था कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्राओं पर कितना खर्च किया गया।
आरटीआई के माध्यम से मोदी की हर विदेश यात्रा के खर्चे का विवरण मांगा गया था। आरटीआई के जवाब में प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसचिव और केंद्रीय जन सूचना अधिकारी वी.के. रॉय ने कहा है कि मांगी गई जानकारी अत्यधिक अस्पष्ट और विस्तृत है इसलिए इसकी जानकारी नहीं दी जा सकती।
शर्मा ने आईएएनएस से बातचती के दौरान कहा, ” मैं वी. के. रॉय के इस उत्तर से संतुष्ट नहीं हूं और बीते 6 जुलाई को मैंने इस मामले में प्रथम अपील दायर कर दी है।”
शर्मा ने कहा कि वर्ष 2011 में केंद्रीय सूचना आयोग ने अपने एक आदेश में कैबिनट सचिवालय को कहा था कि वे मंत्रियों और वीवीआईपी लोगों की विदेश यात्राओं के ब्यौरों को सार्वजनिक करें। इसके बाद भी पीएमओ द्वारा मोदी की यात्राओं के खर्चे का ब्योरा नहीं दिए जाने से वर्तमान सरकार के पारदर्शिता के दावे की कलई खुल गई है।
ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री मोदी अभी रूस और 5 मध्य एशियाई देशों उज्बेकिस्तान, कजाकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान की यात्रा पर गए हुए हैं।