Daltonganj: पलामू जिले में पिछले दस वर्ष से सेवा दे रहे कृषि मित्रों को केवल प्रोत्साहन राशि दी जा रही है. यह राशि भी कृषि मित्रों को समयानुसार नहीं मिलता. लगातार छले जाने के कारण कृषि मित्रों ने मानदेय के लिए अपनी आवाज बुलंद करना शुरू कर दिया है. कृषि सचिव को पत्र लिखकर मानदेय भुगतान की मांग की गयी है.
कृषि और किसानों के हित में लगातार संघर्षरत कृषि मित्र संघ के पलामू जिला अध्यक्ष रंजन कुमार दुबे ने राज्य के कृषि सचिव को ज्ञापन प्रेषित कर जिले के विभिन्न पंचायतों में कार्यरत कृषि मित्रों को मानदेय भुगतान का आग्रह किया है.
इसे भी पढ़ेंः बड़कागांव गोली कांड में पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और विधायक निर्मला देवी को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली
इसे भी पढ़ेंः मुख्यमंत्री के ब्राह्मण विरोधी बयान के पक्ष में उतरे सांसद निशिकांत हुए ट्रोल, सोशल मीडिया पर जमकर उड़ा मजाक
पंचायतों में धान क्रय केन्द्र खोलने की मांग को दुहराया
श्री दुबे ने फसल बीमा योजना 2016-17 खरीफ और 2017-18 रबी फसल बीमा का भुगतान किसानों को कराने का भी आग्रह किया है. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना करने वाले किसान मित्रों को 10 रूपया प्रति बीमा भुगतान और सभी पंचायतों में धान क्रय केन्द्र खोलने की मांग दुहरायी है.
श्री दुबे ने कहा है कि धान क्रय केन्द्र खोलने का मामला हो या फिर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना करने का, सभी को शत प्रतिशत पूरा कराने में कृषि मित्र पूरी तत्परता से लगे रहते हैं. लेकिन जब उनके हित की बात आती है तो सरकार और प्रशासनिक अधिकारी उदासीन हो जाते हैं. यह सिलसिला लंबे समय से चलते आ रहा है, लेकिन इसमें सुधार नहीं हो सका है. सरकार और विभाग मामले में गंभीरता दिखाएं अन्यथा वे अपनी मांगों के समर्थन में सड़क पर उतरने को बाध्य होंगे.
इसे भी पढ़ेंः सीएम ने कहा विपक्ष को मिर्ची लग रही है क्या, तो हेमंत ने कहा आप अधिकारियों के जाल में फंस चुके हैं, बाहर निकलें
इसे भी पढ़ेंः शिक्षा न्यायाधिकरण विधेयक को लेकर हेमंत ने उठाया सवाल, कहा जब बिल गिर चुका है, तो प्रवर समिति को कैसे भेजा गया
इसे भी पढ़ेंः विधानसभा सत्र का आखिरी दिन, कार्यवाही से पहले बकोरिया कांड व मोमेंटम झारखंड को लेकर जेएमएम का हंगामा
इसे भी पढ़ेंः मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी ने उठाया दोहरा लाभ, उनकी सदस्यता हो रद्द : चितरंजन चौधरी
इसे भी पढ़ेंः ट्रांसपोर्ट नगर पर राजनीतिक दलों ने कहाः बहुमत के अहंकार में नहीं, सबकी सलाह से फैसला ले सरकार
इसे भी पढ़ेंः बकोरिया कांड का सच-07ः ढ़ाई साल में भी सीआइडी नहीं कर सकी चार मृतकों की पहचान
इसे भी पढ़ेंः बकोरिया कांड की जांच में तेजी आते ही बदल दिए गए सीआईडी एडीजी एमवी राव
इसे भी पढ़ेंः बकोरिया कांडः डीजीपी डीके पांडेय, एडीजी प्रधान, अनुराग गुप्ता समेत घटनास्थल गए सभी वरीय अफसरों का बयान दर्ज करने का निर्देश
इसे भी पढ़ेंः बकोरिया कांड का सच-01ः सीआईडी ने न तथ्यों की जांच की, न मृतकों के परिजन व घटना के समय पदस्थापित पुलिस अफसरों का बयान दर्ज किया
इसे भी पढ़ेंः बकोरिया कांड का सच-02ः-चौकीदार ने तौलिया में लगाया खून, डीएसपी कार्यालय में हुई हथियार की मरम्मती !
इसे भी पढ़ेंः बकोरिया कांड का सच-03- चालक एजाज की पहचान पॉकेट में मिले ड्राइविंग लाइसेंस से हुई थी, लाइसेंस की बरामदगी दिखाई ईंट-भट्ठे से
न्यूज विंग एंड्रॉएड ऐप डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पेज लाइक कर फॉलो भी कर सकते हैं.
न्यूज विंग एंड्रॉएड ऐप डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पेज लाइक कर फॉलो भी कर सकते हैं.