गिरिडीह : गिरिडीह के उपायुक्त डॉ मुकेश कुमार वर्मा ने कहा कि ज्ञानवर्धक पुस्तकों को स्वयं पढ़ने से जहां ज्ञान बढ़ता है, वहीं अन्य को पढ़ाने से मन को आत्मिक शांति भी मिलती है। उपायुक्त ने जिले वासियों का आह्वान किया कि जिनके पास पढ़ी हुई किताबें हैं, वह किताबें स्कूली बच्चों के पढ़ने के लिए दे दें। उपायुक्त डॉ वर्मा राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत तीन दिवसीय पुस्तक मेले का उद्घाटन करने के पश्चात कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे।
उपायुक्त ने कहा कि जिला स्तर पर विद्यालयों में पुस्तकालय की योजना पर विचार किया गया है। जल्द ही कई स्कूलों का अपना पुस्तकालय होगा। इसके लिए निधि विद्यालय प्रबंधकों को मुहैया करायी जाएगी।
उपायुक्त ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को इस प्रकार के आयोजन के लिए बधाई दी और कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से बच्चों के सामान्य ज्ञान में बढ़ोत्तरी होती है। उन्होंने कहा कि पुस्तकें पढ़ने की कोई उम्र सीमा नहीं होती है।
कार्यक्रम में स्वागत भाषण जिला शिक्षा पदाधिकारी निर्मला कुमारी बरेलिया ने दिया। इस दौरान उन्होंने तीन दिनों तक चलने वाले मेले में विविध प्रकार के कार्यक्रमों की जानकारी से अवगत कराया और कहा कि इस पुस्तक मेले को लेकर स्कूली छात्र-छात्राओं में काफी उत्साह है।
कार्यक्रम को प्रशिक्षु आइएएस शशिरंजन समेत अन्य ने भी सम्बोधित किया। इससे पहले 13 से 15 जनवरी तक चलने वाले जिला स्तरीय पुस्तक मेले का विधिवत उद्घाटन उपायुक्त, प्रशिक्षु आइएएस, जिला शिक्षा अधिक्षक ने दीप प्रज्वलित कर किया। मेले में कई नामी गिरामी प्रकाशकों ने अपने स्टाल लगाए हैं।