रांची : झारखंड सरकार और रेल मंत्रालय के बीच बृहस्पतिवार को 5775 करोड़ की लागत से बनने वाली छह रेल परियोजनाओं के लिए समझौता हुआ। हालांकि इस परियोजना को फरवरी 2007 ही पूरा हो जाना था लेकिन उक्त समय में इसे पूरा नहीं किया जा सका था। अब इन परियोजनाओं को मार्च 2017 तक विस्तार दिया गया है।
बताते चलें कि 2007 में पूरा नहीं हो सकने के बाद इन परियोजनाओं के लिए फरवरी 2012 में फिर से एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) पर हस्ताक्षर किये गये। उस वख्त पुनरीक्षित लागत 3771 करोड़ रुपये आंकी गयी थी और परियोजना को फरवरी 2013 तक अवधि विस्तार दिया गया था। पर इस समय अवधि में भी काम अधूरा ही रहा।
बृहस्पतिवार को एक बार फिर समझौते पर हस्ताक्षर हुआ। इस दौरान रेल मंत्रालय की ओर से रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक (कार्य) वेद प्रकाश दुबे, जबकि झारखंड सरकार की ओर से परिवहन विभाग के सचिव रतन कुमार ने हस्ताक्षर किये। संशोधित समय के मुताबिक अब परियोजना को मार्च 2017 तक विस्तार दिया गया है।
ये परियोजनाएं क्रमश: रांची – बरकाकाना – हजारीबाग – कोडरमा, रांची – लोहरदगा आमान परिवर्तन और टोरी तक विस्तार, कोडरमा – तिलैया, कोडरमा – गिरिडीह, देवघर – दुमका, दुमका – रामपुरहाट से संबंधित हैं।
जानकारी के मुताबिक परियोजना की कुल लागत में झारखंड को 3221 करोड़ का भुगतान करना होगा। हालांकि अब तक झारखंड की ओर से 2219 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है।