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Giridih, 08 November: राज्य सरकार जन वितरण प्रणाली दुकानों को दुरुस्त करने और गरीबों को सस्ता अनाज उपलब्ध कराने को लेकर लगातार प्रयास कर रही है. लेकिन सरकार के हर प्रयासों को नाकाम करने में जन वितरण प्रणाली दुकानों के डीलर कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. इसकी एक बानगी मंगलवार को जिले के जमुआ प्रखंड स्थित जरीडीह पंचायत के भानोडीह गांव में देखने को मिली. जहां गरीबों को नमक ना देकर उसे तालाब के किनारे फेंक दिया गया था.
गरीबों को नहीं मिल रहा आयोडिन नमक
एक तरफ जहां जरूरतमंद लोग बाजार से 15 से 20 रुपये किलो आयोडिन नमक लेने को विवश हैं. वहीं दूसरी ओर सरकार द्वारा गरीबों के लिए उपलब्ध कराए गए नमक को डीलरों के द्वारा फेंक दिया जा रहा है. इससे साफ तौर पर अनुमान लगाया जा सकता है कि सरकार द्वारा गरीबों को दी जा रही सुविधा कहां तक उनको मिल रही है.
शिकायत के बाद भी नहीं पड़ा असर
ग्रामीणों का कहना है कि सरकार द्वारा गांव में जन वितरण प्रणाली दुकान के संचालन की जिम्मेवारी गांव की माता महिला समिति को दी गयी है. समिति कीअध्यक्ष प्यासी देवी व सचिव लोचनी देवी हैं. लेकिन दुर्भाग्य यह है कि समिति की अध्यक्ष, सचिव व सदस्यों को यह भी पता नहीं रहता है कि सरकार के द्वारा गरीबों के बीच वितरण के लिए हर महीने कितने अनाज का आवंटन दुकानों को मिलता है. वहीं ग्रामीणों को समय पर अनाज भी नहीं मिल पाता है. कई बार इसकी शिकायत लिखित रूप विभाग के वरिय पदाधिकारियों को भी की गयी है, लेकिन इसका कोई परिणाम नहीं निकला.
मामला गंभीर, विभाग को डीलर पर कार्रवाई करनी चाहिए: मुखिया
इस मामले पर पंचायत के मुखिया रमेश कुमार कुशवाहा का कहना है कि डीलर के द्वारा अनाज व नमक गरीबों को ना देकर उसे फेंक देना बहुत ही गंभीर मामला है. विभाग को इस ओर ध्यान देना चाहिए. इस तरह के डीलर पर विभाग को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.
अगर नमक फेंका गया है तो होगी कार्रवाई: जिला आपूर्ति पदाधिकारी
इस बारे में जब जिला आपूर्ति पदाधिकारी रामचन्द्र पासवान से फोन पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि इसकी सुचना विभाग को नहीं मिली है, अगर नमक फेंका गया है तो उस पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी.