रांचीः झारखंड की राजधानी रांची में गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने झण्डोत्तोलन किया। ऐसा पहली बार हुआ। इससे पहले गणतंत्र दिवस पर रांची में राज्यपाल द्वारा झंडोत्तोलन की परंपरा रही है। लेकिन इस बार राज्यपाल डा सयैद अहमद बीमार हैं, मुंबई में इलाज करवा रहे हैं।
राचंी के मोराबादी मैदान में सरकार द्वारा आयोजित इस गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनवायीं और घोषणाओं की झड़ी लगा दी। मुख्यमंत्री हेमन्त ने कहा कि हम ऐसे राज्य का निर्माण करना चाहते हैं जो भय, भूख, भ्रष्टाचार, उग्रवाद और आतंकवाद से मुक्त हो। उन्होंने बताया कि राज्य की ग्रामीण आबादी के लिए सरकार ने 600 करोड़ खर्च कर 283 लाख मानवदिवसों का सृजन किया। विकासक की 43 हजार योजनाएं पूरी की गयीं। इंदिरा आवास योजना के तहत 36 हजारा आवासविहीनों को लाभ दिया गया। एनआरएलएम के तहत साढ़े अठ्ठाईस हजार युवकों को स्वरोजगार की सुविधा उपलब्ध करायी गयी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष में लगभग दो हजार करोड़ की लागत से एक हजार किलोमीटर पथों के चौड़ीकरण/मजबूतीकरण की योजना स्वीकृत की गयी। साढ़े सात हजार किमी पथों व नौ पुलों का निर्माण पूरा हुआ। मुख्यमंत्री ने राज्य में बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधी विकास योजनाओं का भी विस्तार से ब्योरा दिया।
इससे पहले मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने झण्डोत्तोलन के बाद सुरक्षा बलों के परेड का निरीक्षण किया। मौके पर विभिन्न विभागों द्वारा झांकियां निकाली गयी थीं। सर्वोत्तम झांकी का पुरस्कार झारखंड सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को मिला। इस झांकी में ऐतिहासिक मलूटी गांव की झांकी पेश की गयी थी।