श्रीनगर : जम्मू एवं कश्मीर में सोमवार को तीन अलग-अलग स्थानों पर आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले में तीन पुलिसकर्मी शहीद हो गए, जबकि एक पुलिसकर्मी तथा एक पूर्व आतंकवादी घायल हो गए। मुफ्ती मोहम्मद सईद सरकार के मार्च में सत्ता में आने के बाद घाटी में यह पहला बड़ा हमला है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि शोपियां जिले के अमशीपोरा गांव में आतंकवादियों ने स्वचालित हथियारों से तीन सदस्यीय एक पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया, जिसमें तीनों शहीद हो गए।
उन्होंने कहा, “तीन सदस्यीय पुलिस पार्टी अमशीपोरा गांव में एक अपराध की जांच के सिलसिले में गई थी, जहां आतंकवादियों ने उनपर स्वचालित हथियारों से हमला कर दिया, जिसमें एक हेड कांस्टेबल तथा दो सिपाही शहीद हो गए।”
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी व अर्धसैनिक बल के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।
वहीं, इस घटना से कुछ घंटे पहले बारामूला जिले में आतंकवादियों ने एक पुलिस अधिकारी को गोली मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, “श्रीनगर-मुजफ्फराबाद सड़क पर मुजगुंड में एक सवारी बस में दो आतंकवादी सवार हुए।”
उन्होंने कहा, “दोनों आतंकवादियों ने बस में ही बैठे इंडियन रिजर्व पुलिस (आईआरपी) के तीसरे बटालियन के उपनिरीक्षक गुलाम मुस्तफा पर बेहद नजदीक से दो गोलियां मारी। इसके बाद वे बस का अपहरण कर उसे शेल्लू (सोपोर) तक ले गए और वहां उतरकर फरार हो गए।”
घायल पुलिस अधिकारी को गंभीर अवस्था में श्रीनगर के एक अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
एक पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि तीसरा हमला दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल कस्बे में सोमवार दोपहर हुआ, जिसमें एक पूर्व आतंकवादी रफीक अहमद दादा को एक बैंक के बाहर आतंकवादियों ने गोली मार दी।
एक पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि घायल को गंभीर हालत में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।