रांची : झारखण्ड असंगठित कर्मकार सामाजिक सुरक्षा योजना 2014 की खूबियों को बताते हुए शनिवार को एक दिनी कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह आयोजन समाहरणालय के ‘‘बी‘‘ ब्लॉक के कमरा 505 में हुआ। कार्यशाला का उद्धाटन राची नगर निगम की महापौर आशा लकड़ा, उप विकास आयुक्त बीरेन्द्र कुमार सिंह, डीआरडीए निदेशक रामलखन गुप्ता और उप श्रमायुक्त उमेश प्रसाद सिंह की उपिस्थति में किया गया। इस अवसर पर महापौर ने कहा कि इस प्रकार की कार्यशाला जिला से पंचायत और वार्ड स्तर तक की जानी चाहिए जिससे सभी कर्मकार का निबंधन हो सके।
महापौर ने कहा कि असंगठित कर्मकारों में स्वरोजगार से जुड़े वैसे कर्मकार शामिल किये जाते हैं ग्रामीण क्षेत्नों में जिनकी मासिक आय एक हजार रुपये तथा शहरी क्षेत्न में 12 सौ रुपये हो। 2.5 एकड़ तक भूमि रखने वाले किसान भी इस श्रेणी में आते हैं।
श्रीमती लकड़ा ने कहा कि इसके साथ मजदूरी करने वाले वैसे कर्मकार भी शामिल किये जाते हैं जिनकी मासिक आय छह हजार रुपये मासिक हो लेकिन पीएफ एवं ईएसआई से अलग नहीं हो एवं वैसे कारखाने में काम कर रहा हो जहां 10 से कम मजदूर काम करते हों। निबंधन के संबंध में उन्होंने बताया कि 14 वर्ष से अधिक उम्र के असंगठित श्रमिक का निबंधन ग्रामीण क्षेत्न में बीडीओ और सीओ तथा शहरी क्षेत्न में श्रम अधीक्षक के माध्यम से किया जा सकता है। निबंधन के लिए आधार संख्या, मोबाइल नंबर तथा खाता संख्या उपलब्ध कराना होगा।
मेयर ने बताया कि निबंधित श्रमिकों को स्मार्ट कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा जिसकी मदद से केंद्र सरकार और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ लिया जा सकेगा।
इस अवसर पर जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग के मनमोहन प्रसाद, सहायक श्रमायुक्त राजेष प्रसाद, प्रखण्डों के प्रखण्ड विकास पदाधिकरी, अंचलाधिकारी, जिला परिषद के सदस्य, वार्ड पार्षद, सहित अन्य जन प्रतिनिधि उपस्थित थे।