
Ranchi: जब पूरे देश में 26 जनवरी के दिन गणतंत्र दिवस मनाया जायेगा, उसी दिन झारखंड सरकार के एक दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री के आप्त सचिव ने आत्मदाह करने की चेतावनी दी है. झारखंड आंदोलनकारी चिन्हितीकरण आयोग के दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री के आप्त सचिव पुष्कर महतो ने गणतंत्र दिवस के दिन हाथों में तिरंगा झंडा, भारतीय सं विधान और रघुवर दास की पुस्तिका ‘जो कहा-सो किया‘ के साथ आत्मदाह करने का ऐलान किया है.
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17 महीनों से नहीं मिल रहा है वेतन, मुख्यमंत्री जनसंवाद केंद्र को भी गुमराह किया
पुष्कर महतो का कहना है कि पिछले 17 महीने से दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री डॉ देवशरण भगत के आप्त सचिव के तौर पर काम कर रहा हूं, तब से लेकर अबतक मेरा वेतन भुगतान नहीं हुआ है. अपने वेतन के लिए मैं गृह विभाग के सभी दफ्तरों में गया, मुख्यमंत्री जन संवाद केंद्र में भी गुहार लगाई, लेकिन हर जगह मुझे ठोकर ही मिला. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जनसंवाद केंद्र में गलत जानकारी देकर दोषी अधिकारियों को बचाने की कोशिश भी हुई. जब इस बारे में झारखंड आंदोलनकारी चिन्हितीकरण आयोग के सदस्य ने गृह विभाग को पत्र लिया तो विभाग ने उस पत्र को भी गंभीरता से नहीं लिया और उसका जवाब भी देना उचित नहीं समझा गया.
कर्ज में डूबा है पुष्कर महतो का परिवार
पुष्कर महतो ने बताया कि लंबे समय से वेतन नहीं मिलने के कारण उनके परिवार के सामने भुखमरी और तंगहाली की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. बच्चों की स्कूल फीस कई महीनों से बकाया है. दिनों-दिन कर्ज में डूब गया हूं. न अधिकारी सुन रहे हैं और न सरकार, ऐसे में मेरे पास आत्मदाह करने के अलावा कोई उपाय नहीं है.
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