
Chennai: देश के सबसे चर्चित मुख्य चुनाव आयुक्त टीएन शेषन अब अोल्ड एज होम में रहने को मजबूर हैं. 85 वर्षीय टीएन शेषन को चुनावों में सुधार लाने और चुनाव को पारदर्षी बनाने में अहम योगदान देने के लिए जाना जाता है. कभी देश के सबसे चर्चित व्यक्ति रहे श्री शेषन को अब अपना बुढ़ापा गुमनामी में गुजारना पड़ रहा है. पिछले कुछ दिनों से वह चेन्नई शहर से करीब 50 किमी दूर एक ओल्ड एज होम में रह रहे हैं.
बिहार में राजद के दबदबे के वक्त चर्चा में आये थे टीएन शेषन
टीएन शेषन तब चर्चा में आये थे, जब बिहार में लालू प्रसाद यादव और राजद का दबदबा था. तब बिहार की पहचान चुनावों में बूथ कैप्चरिंग, हिंसा और गड़बड़ियों को लेकर होती थी. तब टीएन शेषन ने बिहार में निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए चुनाव को कई चरणों में संपन्न कराने की शुरुआत की थी. वर्ष 1990 में उन्होंने बिहार विधानसभा का चुनाव पांच चरणों में कराया. जिसके बाद वह देश के सबसे लोकप्रिय मुख्य चुनाव आयुक्त बन गये थे.
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ओल्ड एज होम में किसी से बात नहीं करते टीएन शेषन
नव भारत टाईम्स की एक खबर के मुताबिक टीएन शेषन साईं बाबा के भक्त रहे हैं. वर्ष 2011 में जब साईं बाबा ने शरीर त्याग किया, तब वह सदमे में चले गए थे. उन्हें भूलने की बीमारी हो गयी थी. उनके रिश्तेदारों ने उनका इलाज कराया. इलाज के दौरान उन्हें अोल्ड एज होम एसएम रेजिडेंसी में रखा गया था. वर्ष 2014 में वह दुबारा अपने फ्लैट में लौटे. कुछ दिन रहने के बाद वह दुबारा उसी ओल्ड एज होम में चले गये हैं. जहां वह किसी से भी बात नहीं करते हैं.
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