
Saurav Shukla, Ranchi : राजधानी के रिम्स में डॉक्टरों का अमानवीय चेहरा सामने आया है. जहां एक एचआईवी पीड़ित को अस्पताल से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. बोकारो थर्मल के जारंगडीह निवासी संजीत कुमार (30) एचआईवी से पीड़ित हैं. लेकिन इसके बावजूद पीड़ित का इलाज ना करके उसे अस्पतास से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. जिसके बाद रिम्स परिसर स्थित पेड़ के नीचे मरीज बीमारी से कराह रहा है.
डॉक्टरों ने कहा और लोग भी हो जाएंगे संक्रमित
मरीज को पिछले 13 दिसंबर को रिम्स में डॉ. उमेश प्रसाद के यूनिट में भर्ती कराया गया था. लेकिन 20 दिसंबर की रात को जूनियर डॉक्टरों ने मरीज के परिजनों को विवश कर दिया कि वो मरीज को अस्पताल से ले जाएं. डॉक्टरों ने कहा कि एचआईवी संक्रमित मरीज को रखने से वार्ड में भर्ती अन्य मरीज भी संक्रमण के जद में आ जाएंगे साथ ही डॉक्टर भी इससे संक्रमित हो जाएंगे. डॉक्टरों द्वारा विवश किए जाने के बाद परिजन मरीज को लेकर रिम्स परिसर के एक पेड़ के नीचे बैठ गये. वहीं मरीज की स्थिति गंभीर बनी हुई है
देखें वीडियो
न्यूज विंग की खबर का असर, मरीज भर्ती
इधर न्यूज विंग संवाददाता के द्वारा इस मुद्दे को उठाये जाने के बाद रिम्स प्रबंधन ने एचआईवी पीड़ित को वापस भर्ती कर लिया है.
देखें वीडियो
न्यूज विंग एंड्रॉएड ऐप डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पेज लाइक कर फॉलो भी कर सकते हैं.