Ranchi : झारखंड मुक्ति मोर्चा अल्पसंख्यक मोर्चा के केंद्रीय महासचिव मोहम्मद जमील खान के नेतृत्व में बिरसा चौक पर एक दिवसीय धरना दिया गया. जिसमें वक्ताओं ने कहा कि राज्य में प्लस टू विद्यालय के लिए शिक्षक की बहाली के लिए सरकार द्वारा जो विज्ञापन निकाला गया है, इसमें उर्दू के शिक्षक का विज्ञापन नहीं है. ऐसे में सरकार का कहना कि सबका साथ सबका विकास यह एक घोर बकवास है. साथ ही वक्ताओं ने कहा कि पूरे राज्य में 5026 उर्दू शिक्षक प्रशिक्षिण लेकर भी बेरोजगार बैठे हैं. राज्य में आदिवासी, मूलवासी, अल्पसंख्यक को झारखंड सरकार आबादी के अनुपात में नौकरी दे.
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अफजल खान की लव जिहाद के नाम पर बेदर्दी से हत्या की गयी – वक्ता
साथ ही वक्ताओं ने धरना में कहा कि पिछले दिनों राजस्थान में मजदूर अफजल खान की लव जिहाद के नाम पर बेदर्दी से हत्या की गयी और फिर पेट्रोल छिड़ककर उसे जलाया गया था. इस घटना की घोर निंदा की गई और कहा गया समाज में नफरत के बीज बोने वाली एकमात्र पार्टी भाजपा है. जो अपने वोट के लिए फूट डालो राज करो की नीति अपना कर समाज को बांटने का काम कर रही है, जिसे झारखंड मुक्ति मोर्चा राज्य में सफल नहीं होने देगी. धरने में सरकार से मांग की गई की अफजल खान के मौत के मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन किया जाय और हत्यारों को फांसी की सजा मिले.
इस धरना को ख्वाजा मुजाहिद मोहम्मद, जुबेर आलम, बुलंद अख्तर, मोहम्मद निजाम अंसारी, मोहिन खान, फिरोज खान, अमजद अली, राजू खान के अलावा अन्य लोगों ने संबोधित किया.
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