Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश में पुलिसकर्मियों द्वारा अपने ही ऑफिसर पर हमला कर हाथ-पैर तोड़ देने का मामला प्रकाश में आया है. मामला उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के गिरवा थाना क्षेत्र का है. दरअसल गिरवा थाना के पुलिसकर्मी रेत भरे ट्रकों से अवैध वसूली कर रहे थे. उसी दौरान लखनऊ के पुलिस मुख्यालय द्वारा भेजा गया एक विशेष दल मौके पर पहुच गया. दल में शामिल आईपीएस अधिकारी ने वसूली कर रहे पुलिसकर्मियों को रोका तो उन्होंने आईपीएस हिमांशु पर हमला कर दिया और उनके हाथ-पैर तोड़ डाले. मामले को लेकर थाना प्रभारी विवेक प्रताप सिंह और एक सिपाही को सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं, चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है.
जानकारी के अनुसार डीजीपी को रेत से भरे ट्रकों से पुलिस द्वारा पैसा वसूलने की शिकायत लगातार मिल रही थी. डीजीपी ने एक विशेष टीम को बांदा भेजा था. इस दल ने पुलिस वालों को वसूली करते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया. पुलिस अधीक्षक शालिनी ने बताया कि ट्रकों से वसूली की शिकायत पर डीजीपी ने गोपनीय तरीके से वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हिमांशु कुमार और मोहित गुप्ता के नेतृत्व में पुलिस अधिकारियों के एक दल को गिरवां थाने भेजा था.
कोर्ट की कड़ी हिदायत के बाद भी बाज नहीं आते रेत माफिया
बांदा जिले में एनजीटी, उच्च न्यायालय और राज्य सरकार की कड़ी हिदायत के बाद भी रेत माफिया अपनी करतूतों से बाज नहीं आते हैं. उत्तर प्रदेश सरकार ने भी मशीनों से रेत खनन न करने की सख्त हिदायत दे रखी है. लेकिन इसका असर खनन माफियाओं पर नहीं पड़ता है. वैध खदानों के अलावा भी यहां पुलिस और अन्य अधिकारियों की मिलीभगत से शाम ढलते ही केन और बागै नदियों से अवैध तरीके से खनन का काम शुरू कर दिया जाता है.