नई दिल्ली : आय कर (आईटी) विभाग ने आम आदमी पार्टी (आप) को संदिग्ध स्रोत से चंदा मिलने के आरोप पर स्पष्टीकरण देने के लिए एक नोटिस जारी किया है। यह आरोप पार्टी से अलग हुआ एक समूह ने लगाया है। पार्टी ने हालांकि इस आरोप को बेबुनियाद बताया है। कांग्रेस पार्टी को भी ऐसा ही नोटिस मिलने की बात पार्टी के एक प्रवक्ता ने कही है।
आयकर विभाग ने पार्टी को 16 फरवरी तक नोटिस का जवाब देने के लिए कहा है। इससे दो दिन पहले अरविंद केजरीवाल की दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में ताजपपोशी होने वाली है।
मतदान से पहले केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आरोप लगाया था कि आप संदिग्ध चंदा लेते रंगे हाथ पकड़ी गई। यह चंदा ऐसी कंपनियों से मिला है, जिसका कोई कारोबार नहीं है। जेटली ने यह भी आरोप लगाया कि आप के नेता मुद्दे से ध्यान हटाने की नीति के तहत काम कर रहे हैं।
जेटली ने कहा था कि पार्टी को चार कंपनियों से कुल दो करोड़ रुपये 50 लाख रुपये के चेक के रूप में मिले थे।
आरोप का खंडन करते हुए केजरीवाल ने ट्विटर पर एक संदेश में कहा था, “श्रीमान वित्त मंत्री, कीचड़ उछालना बंद कीजिए। कार्रवाई कीजिए। यदि मैं दोषी हूं तो मुझे गिरफ्तार कीजिए। वित्त मंत्रालय का कहना है कि हमने हवाला के जरिए चंदा लिया है। हवाला का पैसा चेक से लिया है। मैं मंत्रालय को चुनौती देता हूं कि यदि मैंने हवाला का पैसा लिया है, तो मुझे गिरफ्तार करें।”
कांग्रेस पार्टी ने भी कहा है कि उसे आईटी विभाग से नोटिस मिला है।
कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने आईएएनएस से कहा, “हां, हमें एक नोटिस मिला है। यह राजनीतिक द्वेष का स्पष्ट उदाहरण है। ऐसा नोटिस भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को क्यों नहीं भेजा गया है? भाजपा ने भी चुनाव में करोड़ों रुपये बहाए हैं।”
आप से अलग हुए कुद कार्यकर्ताओं के एक समूह ‘आप वोलंटियर एक्शन मंच’ (एवीएएम) ने गत सप्ताह एक संवाददाता सम्मेलन में आप को मिले चंदे के स्रोत पर सवाल उठाया था और आरोप लगाया था कि पार्टी को जिन कंपनियों से चंदे मिले हैं, वे फर्जी कंपनियां हो सकती हैं।
आरोप लगाया गया है कि चंदा गत वर्ष 15 अप्रैल की मध्य रात दिया गया था।