
Ranchi : पुष्कर महतो अब 26 जनवरी के दिन आत्मदाह नहीं करेंगे. गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के एक कार्यालय आदेश के बाद उन्होंने दो सप्ताह पहले अपने ही निर्णय को बदल लिया है. 10 जनवरी को पुष्कर महतो ने न्यूज विंग को एक वीडियो संदेश में कहा था कि उन्हें झारखंड सरकार 17 महीने से वेतन नहीं दे रही है. उनकी नियुक्ति में विभागीय चूक हुई थी. उसे ठीक कराने के लिए वो सचिवालय और अधिकारियों के कार्यालय का चक्कर काटकर थक गये हैं. मुख्यमंत्री के जन संवाद केंद्र से भी उन्हें निराशा हाथ लगी थी. बच्चों का स्कूल छूट गया था और परिवार कर्ज डूबता जा रहा है.
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उनके इस दर्द को न्यूज विंग ने समझा और उनके भावनापूर्ण आवाज को हमने प्रमुखता से उठाया. न्यूजविंग में प्रकाशित खबर पर और पुष्कर महतो की आत्मदाह के निर्णय से सरकार के कई विभाग हरकत में आ गये और 26 जनवरी से पहले उनके इंसाफ के लिए कार्रवाई शुरू कर दी. आखिरकार 24 जनवरी 2018 को गृह विभाग से एक कार्यालय आदेश जारी किया गया. ज्ञापांक 444 के इस कार्यालय आदेश में कहा गया कि संकल्प संख्या 732 दिनांक 21/04/2003 के अनुसार पुष्कर महतो को आयोग के सदस्य के कार्यकाल तक आप्त सचिव (बाह्य कोटा) के पद पर नियुक्त किया जाता है. इस दौरान वेतन के साथ राज्यकर्मियों के अनुरूप महंगाई भत्ता, आवास भत्ता, चिकित्सा भता देय होगा.
इस आदेश के बाद पुष्कर महतो और उनका परिवार खुशियां मना रहा है. गणतंत्र दिवस के मौके पर उनके लिए यह किसी उत्सव से कम नहीं है. पुष्कर महतो ने न्यूज विंग कार्यालय आकर आभार व्यक्त किया है. उन्हें उम्मीद है कि एक सही पहल के बाद उनके घर में खुशियां फिर से वापस लौट आयी हैं और जल्द ही उनके बच्चे फिर से स्कूल जा सकेंगे और कर्ज का बोझ भी हटेगा.